Barabanki News: बाराबंकी (Barabanki) में तहसीलदार की फटकार से आहत होकर हैदरगढ़ में आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस के दौरान कानूनगो के मुंशी ने पेट्रोल डालकर आग लगा ली. गम्भीर हालत में उसे लखनऊ हायर सेंटर मेडिकल कालेज रेफर कर दिया गया हैं. फिलहाल घटना के बाद तहसील में हड़कंप मच गया. वहीं पीड़ित की पत्नी ने आरोपियों के खिलाफ एफआईआर के लिए कोतवाली हैदरगढ़ में प्रार्थना पत्र दिया है.


बाराबंकी जिले में जनप्रतिनिधियों द्वारा शिकायत करने से तहसीलदार हैदरगढ़ शशि कुमार त्रिपाठी नाराज हो गए और उन्होंने कानूनगो के निजी मुंशी सुरजीत सिंह उर्फ़ लाल डेंगा सिंह को अपने आफिस में बुलाकर जमकर फटकार लगा दी. तहसीलदार की फटकार से आहत कानूनगो के निजी मुंशी सुरजीत सिंह ने संदिग्ध परिस्थितियों में सीडीओ एकता सिंह की अध्यक्षता में चल रहे समाधान दिवस के दौरान ही हैदरगढ़ सभागार के अंदर खुद पर पेट्रोल डाल कर आग लगा ली. आनन-फानन में उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां हालत गंभीर होने पर उन्हें डॉक्टरों ने लखनऊ ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया गया है.


क्या है पूरा मामला?
घटना के बाद तहसील समाधान दिवस में मौजूद आला अधिकारियों के हाथ पांव फूल गए और वो मौके से नदारद हो गए. घटना स्थल पर अफरा-तफरी का माहौल हो गया. लखनऊ रेफर हुए बुरी तरह झुलसे मुंशी की पत्नी इंदु सिंह ने इस संबंध में प्रभारी निरीक्षक कोतवाली हैदरगढ़ को लिखित शिकायत दी है. शिकायत के अनुसार 4 दिन पहले एक फाइल में रिपोर्ट के सिलसिले में उन्होंने ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि रामदेव सिंह से फोन पर बातचीत की, जिससे वो नाराज हो गए और फोन पर ही धमकी देने लगे. साथ ही गाली गलौज करने लगे और उन्होंने तहसीलदार हैदरगढ़ शशि कुमार त्रिपाठी से शिकायत कर दी जिसके बाद उन्होंने उन्हें कमरे में बुलाकर चोर कहा और गंदी गंदी गालियां दी और धमकियां दी कि एफआईआर लिखवा कर जेल भेजवा देंगे ,ऐसा वो बार बार कह रहे थे.


इसी बात से क्रोधित होकर मुंशी ने खुद पर पेट्रोल डालकर आत्महत्या का प्रयास किया. फिलहाल घटना के बाद से जिले का कोई भी अधिकारी नहीं बोल रहा हैं, वहीं पीड़ित ने तहसीलदार के खिलाफ उत्पीड़न का आरोप लगाया हैं. पीड़ित ने खुद को मानसिक रोगी भी बताया है, कहा उसका इलाज चल रहा हैं. 


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