Barabanki News: योगी सरकार की पुलिस पर गंभीर आरोप, झूठे केस में जेल भेजने की धमकी देकर बुजुर्ग से वसूले 4 लाख रुपये
Barabanki Police: एसपी दिनेश कुमार सिंह ने कहा कि अगर जांच में आरोपों को सही पाया गया तो दोषी सफदरगंज थानाध्यक्ष समेत बाकी सभी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.
Barabanki News: बाराबंकी (Barabanki) पुलिस ड्रग्स माफियाओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के लिए हमेशा चर्चा में बनी रहती हैं, लेकिन इस बीच बाराबंकी पुलिस का एक नया कारनामा भी सामने आया है. इस बार बाराबंकी पुलिस का 'फर्जी' एनडीपीएस वाला खेल सामने आने के बाद पुलिस की किरकिरी भी हो रही हैं. बाराबंकी पुलिस पर बुनकर का काम करने वाले एक 70 वर्षीय बुजुर्ग को मार्फीन तस्करी के झूठे केस में जेल भेजने की धमकी देकर उससे चार लाख रुपये वसूलने के गम्भीर आरोप लगे हैं.
पीड़ित ने एफीडेविट के साथ पुलिस अधीक्षक को इसकी शिकायत की हैं. पुलिस पर आरोप है कि उसने बुजुर्ग बुनकर को फर्जी एनडीपीएस की धारा में फंसाने की धमकी दी और उनसे चार लाख रुपए की धन उगाही कर डाली. जेल जाने के डर से बुजुर्ग बुनकर ने किसी तरह रिश्तेदारों से चंदा लेकर 4 लाख रुपये इकट्ठा किए और पुलिस को देकर अपनी जान छुड़ाई. इसके बाद पुलिस ने बुजुर्ग व्यक्ति का पीछा छोड़ा.
अब पीड़ित बुनकर ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर एसपी से पूरे मामले की शिकायत की और न्याय की गुहार लगाई है. फिलहाल बाराबंकी के एसपी ने जांच कराकर कार्रवाई की बात की है. वही इस मामले पर बाराबंकी पहुंचे प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद ने भी कहा है कि भ्रष्टाचारियों पर कार्यवाही होगी.
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, यह पूरा मामला बाराबंकी के सफदरगंज थाना क्षेत्र के रामपुर भवानीपुर गांव से जुड़ा है. यहां के रहने वाले 70 वर्षीय बुनकर नुरूल हसन ने सफदरगंज थाने की पुलिस पर बड़ा आरोप लगाया है. नुरूल हसन का कहना है कि 23 दिसंबर 2022 को दिन के समय करीब 3 बजे सफदरगंज थाने के दीवान का उसके पास फोन आया और कहा कि कल आकर थाने में मिलो.अगले दिन जब वह थाना सफदरगंज गया तो वहां पर दीवान ने थानाध्यक्ष और दूसरे पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में सात लाख रूपये मांगे और कहा कि अगर नहीं दोगे, तो एनडीपीएस के फर्जी केस में चालान कर दिया जायेगा.
पीड़ित बुनकर नुरुल हसन ने बताया कि उसने अपना कारोबार बढ़ाने के लिए बैंक से 25 लाख रुपए का कर्ज लिया था. उन्होंने बताया कि 25 लाख कर्ज की जानकारी होने के बाद ही सफदरगंज थाने की पुलिस ने मेरे खिलाफ यह साजिश रची. पीड़ित नुरूल हसन ने आगे बताया कि थाने में वसूली के लिए पुलिस ने मेरी तरह कई और लोगों को पहले से भी बैठा रखा था. थाने का माहौल एकदम बाजार जैसा था. सब लोग अपने-अपने हाथ जोड़कर मांगी जा रही रकम को कम करने के लिए कह रहे थे.
एसपी ने सख्त कार्रवाई करने का दिया आश्वासन
सफदरगंज थाने की पुलिस से पीछा छुड़ाने का बाद अब इस मामले की शिकायत लेकर पीड़ित नूरुल हसन पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचा. नूरुल हसन ने सभी पुलिसकर्मियों के खिलाफ शिकायती पत्र देते हुए मामले में एसपी दिनेश कुमार सिंह से कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने बताया कि हमने जिन पुलिसकर्मियों को पैसे दिए थे, वह सामने आ जाएंगे तो हम पहचान लेंगे. नूरुल हसन के मुताबिक पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार सिंह ने कहा है कि मेरा फोन नंबर ले लो. अब अगर कोई फिर से दबिश देने आता है तो मुझे फोन करना. पीड़ित ने बताया कि पुलिस अधीक्षक ने इस मामले में जांच के बाद सख्त कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है.
इस मामले में बाराबंकी के पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार सिंह का कहना है कि मामला तीन महीने से ज्यादा पुराना है. उस समय पुलिस ने कई कार्रवाईयां भी की थीं. एसपी ने कहा कि वह अपर पुलिस अधीक्षक दक्षिणी से पूरे मामले की जांच करवा रहे हैं. अगर जांच में आरोपों को सही पाया गया तो दोषी सफदरगंज थानाध्यक्ष समेत बाकी सभी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.
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