Barabanki News: शिया समुदाय के धर्मगुरु कल्बे जव्वाद बाराबंकी में एक धार्मिक आयोजन में शिरकत करने पहुंचे. जहां पर उन्होंने लड़कियों को लेकर एक बड़ा बयान दे दिया. कल्बे जव्वाद ने कहा कि ज्यादा उम्र में लड़कियों की शादी होने से उनके बिगड़ने की ज्यादा संभावना रहती है. इसलिए इस्लाम लड़कियों की जल्दी शादी करने का आदेश देता है. लेकिन इसके बावजूद उन्होंने कहा कि अगर हुकूमत किसी भी तरह का कोई कानून बनाती है तो उसका पालन किया जाना चाहिए. साथ ही उन्होंने झारखंड में मॉब लिंचिंग के खिलाफ बनाए गए कानून को बेहतर करार दिया और सभी राज्यों समेत केंद्रीय स्तर पर कानून बनाने की मांग की.
शादी का सेहत से कोई संबंध नहीं- कल्बे जव्वाद
एक धार्मिक कार्यक्रम के आयोजन में शिरकत करने शिया समुदाय के धर्मगुरु मौलाना कल्बे जवाद पहुंचे. इस दौरान पत्रकारों से बात करते हुए मौलाना कल्बे जव्वाद ने कहा कि सरकारें कानून तो बनाती हैं. लेकिन इस्लाम में लड़कियों की जल्दी शादी का हुक्म है. उन्होंने कहा कि जल्दी शादी का सेहत से भी कोई संबंध नहीं है. बहुत सी ऐसी लड़कियां हैं जो जल्द शादी करके कई औलादे पैदा करती हैं वह सेहतमंद भी रहती हैं.
मुसलमान संगठित हों- कल्बे जव्वाद
झारखंड में मॉब लिंचिंग के खिलाफ पास किए गए बिल पर उन्होंने कहा कि हमने सुना है इससे वहां के मुसलमान काफी खुश हैं. इसलिए ऐसा कानून सभी राज्यों के साथ राष्ट्रीय स्तर पर भी होना चाहिए. ताकि आरोपियों को सख्त से सख्त सजा मिल सके. चाहे वह किसी भी मजहब का हो. कल्बे जव्वाद ने आगे कहा कि तमाम राजनीतिक दल मुसलमानों को बीजेपी का खौफ दिखाकर उनका वोट तो ले लेते हैं. लेकिन उनके लिए सत्ता में आने के बाद कुछ नहीं करते. उन्होंने मुसलमानों से संगठित होने की अपील की और कहा कि वे सदन में कम से कम इतने प्रतिनिधि जरूर चुनकर भेजे. जिससे उनके मुद्दों पर अगर सरकार न सुनें तो वो सरकार पर दबाव बना सकें.
ये भी पढ़ें:
Uttarakhand Election 2022: एक ट्वीट से बदल दी बयार, क्या हरीश रावत को मना पाएगी कांग्रेस?