दलित चौकीदार को राइफल की बट से पीटा, वर्दीधारियों की शर्मनाक करतूत पर कांग्रेस ने लगाया गंभीर आरोप
Bareilly News: यह पूरी घटना नाबागंज एसडीएम कार्यालय परिसर की है और इस मामले को लेकर कांग्रेस ने भी गंभीर आरोप लगाए हैं. वहीं आरोपियों के खिलाफ SC-ST एक्ट और मारपीट की धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ है.
UP News: बरेली के तहसील परिसर में एक दलित युवक को दो होमगार्डों ने पीटा है और इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है. एसडीएम कार्यालय परिसर में दोनों होमगार्डों ने चौकीदार वीरेंद्र की लात-घूसों और रायफल की बटों से पिटाई की है. वहीं चौकीदार वीरेंद्र की तहरीर पर दोनों होमगार्ड राम पाल और वीर बहादुर के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. इनके खिलाफ SC-ST एक्ट और मारपीट की धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ है. यह पूरी घटना नाबागंज एसडीएम कार्यालय परिसर की है और इस मामले को लेकर कांग्रेस ने भी गंभीर आरोप लगाए हैं.
कांग्रेस महासिचव प्रियंका गांधी ने कहा-"जनता को राशन मिलता है क्योंकि इस देश में हर नागरिक को भोजन का अधिकार मिला हुआ है. अनाज किसानों का उगाया हुआ, वितरण में खर्च होने वाला धन जनता का, क्या भाजपा सरकार जनता का थोड़ा सा धन जनता पर खर्च करके उसे ही बंधक बनाना चाहती है? इन पुलिसकर्मियों को यह हिम्मत कहां से मिली कि वे भाजपा के लठैत की तरह बर्ताव करें और हमारे दलित भाई पर इस तरह क्रूरता बरतें?
कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने इस मामले का वीडियो शेयर करते हुए लिखा-"यह दलित चौकीदार वीरेंद्र कुमार है. बरेली में इनको होमगार्ड वीर बहादुर और रामपाल ने अफसरों और मतदाताओं के सामने बेरहमी से पीटा. पीटते हुए कहा "हरामखोर, भाजपा का फ्री का राशन लेता है और भाजपा को वोट भी नहीं देगा?" एक लोकतंत्र में, मतदान के वक्त, प्रशासन पुलिस की निगरानी में यह हुआ है. यह प्रशासन नहीं है. यह प्रशासन के पाले हुए गुंडे खाद्य सुरक्षा में मिल रहे अनाज के नाम पर मारपीट कर हैं. जनता के पैसे से चलने वाला यह निरंकुश प्रशासन आज जनता के ही पैदा किए हुए अनाज के लिए धमका रहे हैं. याद है ना, BJP के घमंडी सांसद निशिकांत दुबे ने कैसे फ्री फण्ड के खाने का तंज कसा था. यह है BJP, मोदी का असली चेहरा जहां एक दलित को अपनी मर्ज़ी से वोट देने की भी स्वतंत्रता नहीं है. संविधान को समाप्त करके ऐसा हिंदुस्तान बनाना चाहते हैं.
यूपी कांग्रेस ने एक्स पर लिखा- "डूबता लोकतंत्र, बढ़ती तानाशाही! फ्री का राशन लेते हो और सरकार को वोट भी नहीं देते...यह कहते हुए बरेली में तैनात होमगार्ड वीर बहादुर और रामपाल ने थाने के दलित चौकीदार वीरेंद्र कुमार को जमीन पर गिराकर बर्बरता से पीटा. बीजेपी दलितों को राशन के बदले वोट लेने का जरिए मात्र मानती है वरना इनके लिए दलितों के जान की कीमत 5 किलो राशन के मूल्य के बराबर भी नहीं है. बीजेपी ने लोगों के अंदर कितनी नफरत भर दी है. लोकतंत्र के नाम पर इससे भद्दा मजाक कुछ नहीं हो सकता. कल अगर किसी की हत्या बीजेपी को वोट न देने की कारण हो जाए तो हैरान मत होइएगा. अभी भी समय है अपना बहुमूल्य वोट का सही उपयोग करे और इन फासीवाद और तानाशाह ताकतों से लोकतंत्र को बचाइए.
पीड़ित ने शिकायत में नहीं किया है राशन वाली बात का जिक्र
वहीं इस मामले में पीड़ित वीरेंद्र कुमार ने थाना नवाबगंज (बरेली) में तहरीर देते हुए बताया कि उसका नाम वीरेन्द्र पुत्र नन्कूलाल निवासी बहोरनंगला थाना नवाबगंज जाति धानुक (एससी) जिला बरेली का रहने वाला है और थाना नवाबगंज पर (ग्राम प्रहरी) है. आज मैं अपने निजी कार्य से तहसील नवाबगंज दोपहर 4 बजे आया था कि वहां पर तैनात होमगार्ड रामपाल व होमगार्ड वीरबहादुर से किसी बात पर कहासुनी हो गई तो दोनों होमगार्डो ने मुझे नीचे गिराकर लात घूसों व पैरो से गिरा गिराकर मारा पीटा तथा मुझे दोनो होमगार्डों ने जाति सूचक शब्द कहे. यह घटना दिनांक 14 मई 2024 दोपहर 4 बजे की है. वहीं अब इस मामले में दोनों होमगार्डों के खिलाफ धारा 323, 504, 3 (1) (द) और 3 (1) (घ) के तहत मामला दर्ज किया गया है.
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