UP Election 2022: बरेली में कांग्रेस को फिर झटका, 20 पदाधिकारियों समेत 200 कार्यकर्ता पार्टी से रिश्ता तोड़ साइकिल पर सवार
कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष पिछड़ा वर्ग अनुज गंगवार, प्रदेश सचिव संजय श्रीवास्तव और नरेश विश्वकर्मा, जिलाध्यक्ष महिला कांग्रेस कमलेश ठाकुर, महानगर अध्यक्ष हेमा समेत 200 कार्यकर्ताओं ने सपा की सदस्यता ली.
UP Assembly Election 2022: उत्तर प्रदेश की राजनीति में हर पल कुछ न कुछ ऐसा हो रहा है जो सुर्खिया बटोर रहा है. बरेली में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कांग्रेस पर सर्जिकल स्ट्राइक कर दी तो वहीं एक दिन पहले कांग्रेस छोड़ सपा में शामिल हुए पूर्व सांसद प्रवीण सिंह ऐरन की जुबान फिसल गई. आज करीब 200 कार्यकर्ता साइकिल पर सवार हो गए. सपा में शामिल हुए कांग्रेसियों ने कहा कि अखिलेश यादव के नेतृत्व में मजबूत सरकार बने न कि मजबूर सरकार इसलिए हमने कांग्रेस पार्टी जॉइन की है.
ये नेता शामिल हुए सपा में
उत्तर प्रदेश में इन दिनों नेता जिस पार्टी में अपना भविष्य देख रहे हैं वहीं चले जा रहे हैं. पूर्व सांसद प्रवीण सिंह ऐरन और उनकी पत्नी के समाजवादी पार्टी में शामिल होने का असर दिखने लगा है. 20 पदाधिकारियों समेत 200 कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस से रिश्ता तोड़ लिया है और साइकिल पर सवार हो गए. नेहरू युवा केन्द्र में प्रवीण सिंह ऐरन और सपा के महानगर अध्यक्ष शमीम सुल्तानी की मौजूदगी में कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष पिछड़ा वर्ग अनुज गंगवार, प्रदेश सचिव संजय श्रीवास्तव और नरेश विश्वकर्मा, जिलाध्यक्ष महिला कांग्रेस कमलेश ठाकुर, महानगर अध्यक्ष हेमा समेत 20 पदाधिकारी और 200 कार्यकर्ताओं ने समाजवादी पार्टी की सदस्यता ग्रहण की.
प्रवीण सिंह ऐरन ने क्या कहा
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान प्रवीण सिंह ऐरन ने कहा कि अखिलेश यादव के नेतृत्व में एक मजबूत सरकार बने न कि मजबूर सरकार इसलिए मैंने कांग्रेस ज्वाइन की. वे अखिलेश यादव की तारीफ करते भी नजर आए और समाजवादी पार्टी की नीतियों को भी बताया. प्रवीण सिंह ऐरन ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि मैं और सुप्रिया जी भरे मन से सपा में शामिल हुए हैं. भरे मन से मैं इसलिए कह रहा हूं कि जो प्रदेश की हालत भारतीय जनता पार्टी के समय में हमने देखी, जो मायूसी लोगों के चेहरे पर दिखाई पड़ रही है, जो लोगों के मन और दिलों दिमाग में है उसे देखने के बाद मन भर उठता था.
हजारो नौजवान बेरोजगार हुए-प्रवीण
प्रवीण ने कहा भारतीय जनता पार्टी को जो कंट्रोल करता है वो आरएसएस है. बीजेपी आरएसएस की नीतियों पर चलती है. लोकतंत्र के चारो स्तम्भ समाप्त और कमजोर किए जा रहे हैं. लोकतंत्र को एक मजाक बना दिया गया है. हर पहलू पर समझौता दिखाई पड़ता है. ऐसी हालत में जो आर्थिक नीतियां बनीं उससे किसान परेशान है. नोटबंदी और जीएसटी से शुरू हुआ और उसके बाद से आज तक भारतीय जनता पार्टी सरकार की आर्थिक नीतियों के चलते हजारों लाखों नौजवान बेरोजगार हो गए.
किसानों की हालत बदहाल-प्रवीण
प्रवीण ने कहा किसानो कीं हालत बहुत ज्यादा खराब हो चुकी है. मुझे लगता है यह जानबूझकर किया जा रहा है. जिस दिन से यह सरकार केंद्र में आई है तब से आज तक हर नीति इस तरह की बनाई गई और उसका क्रियान्वयन इस तरीके से किया गया कि किसानों की हालत बदहाल होती गई. मुझे ऐसा लगता है कि भूमि अधिग्रहण के बने नियमों को तो आप बदल नहीं सकते थे, इसलिए उन्होंने किसानों की आर्थिक हालत खराब कर दी ताकि वे मजबूरी में उद्योगपतियों को अपनी जमीन देने को मजबूर हो जाए. किसान दाने-दाने के मोहताज हो जाएं. केंद्र सरकार ने सब्सिडी खत्म कर दी.
प्रवीण सिंह ऐरन ने भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि जो प्रदेश के सामने चुनौतियां हैं जिस आर्थिक बदहाली पर, कानून व्यवस्था की बदहाली पर, किसानों नौजवानों की बदहाली पर, प्रदेश को पहुंचा दिया है उससे निपटने के लिए एक आधुनिक सरकार चाहिए. एक आधुनिक सोच वाला व्यक्ति चाहिए जो सबको साथ लेकर चल सके और वह स्थिति केवल अखिलेश यादव में दिखाई पड़ रही थी. उनके नेतृत्व में दिखाई पड़ रही थी. इसलिए हमने यह फैसला लिया कि एक मजबूत सरकार बने ना कि मजबूत सरकार बने.
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