बरेली में 250 साल पुराना मंदिर हुआ कब्जा मुक्त, हिंदू संगठनों ने लहराया भगवा झंड़ा
Bareilly News: बरेली के किला थाना क्षेत्र के बाकर गंज में स्थित 250 साल पुराने गंगा महारानी के मंदिर भवन पर साधन सहकारी समिति का बोर्ड लगाकर फर्जी चौकीदार वाजिद अली ने कब्जा कर लिया था.
UP News: उत्तर प्रदेश के बरेली में 250 साल पुराने मंदिर को कब्जा मुक्त कराने को लेकर दो दिन से चले आ रहा है गतिरोध आज समाप्त हो गया. काबिजदार वाजिद अली ने खुद स्वेच्छा से मंदिर परिसर को खाली करने के ऐलान से मामला सुलझ हो गया. हालांकि चौकीदार वाजिद अली का परिवार मंदिर की जमीन पर पिछले 40 सालों से कब्जेदार था. इस कब्जे को लेकर हिन्दू संगठनों में रोष था इसी बात को लेकर एक पक्ष अपना विरोध जता रहा था. यह मामला प्रकाश में आने के बाद से प्रशासन अलर्ट मोड़ में था और उसी का परिणाम रहा कि मामला शांति से निपट गया.
बरेली के किला थाना क्षेत्र के बाकर गंज में स्थित 250 साल पुराने गंगा महारानी के मंदिर भवन पर साधन सहकारी समिति का बोर्ड लगाकर फर्जी चौकीदार वाजिद ने कब्जा कर लिया था. इसके साथ ही वहां से मूर्तियां और शिवलिंग भी हटा दिया था. गुरुवार को प्रशासन ने जांच कराई तो परतें खुलने लगीं. प्रशासन ने चौकीदार वाजिद से पूछा कि उसने मंदिर परिसर के दो कमरों को अपना घर कैसे बना लिया?
वाजिद इस सवाल पर कोई उत्तर या प्रमाण नहीं दे सका. सरकारी रिकार्ड से भी पुष्टि हो गई कि वाजिद नाम का कोई कर्मचारी पहले कभी नहीं रहा, न ही अब तैनात है. सात दिन में भवन खाली करने का अल्टीमेटम दिया गया है. भवन स्वामित्व का दावा करने वाले राकेश सिंह कब्जा हटने के इंतजार में हैं, ताकि वहां दोबारा मूर्तियों की स्थापना कराई जा सके. राकेश सिंह ने मीडिया को बताया कि उनके पूर्वजों ने कटघर मौहल्ले में मंदिर बनवाया था. 1905 में पूर्वज लक्ष्मण सिंह ने गंगा महारानी ट्रस्ट के नाम से रजिस्ट्री कराई थी. मंदिर में गंगा महारानी की अष्टधातु की मूर्ति एवं सफेद रंग के शिवलिंग की स्थापना हुई थी, वहां क्षेत्र के लोग पूजा करने आते थे.
डीएम के आदेश पर हरकत में आया प्रशासन
शिकायत पर डीएम रविंद्र कुमार ने मामले पर जांच बैठाई. जांच अधिकारी नायब तहसीलदार बृजेश कुमार वर्मा मौके पर पहुंचे तो राकेश सिंह ने रजिस्ट्री आदि प्रपत्र दिखा दिए मगर वाजिद के पास कोई प्रमाण नहीं था. वहीं एआर कोआपरेटिव बृजेश सिंह परिहार ने बताया कि कटघर के भवन में समिति का कोई कार्यालय या गोदाम नहीं है. वाजिद नाम का कोई कर्मचारी भी रिकार्ड में नहीं है. उनके बयान के बाद प्रशासन की टीम ने माना कि वाजिद ने अवैध रूप से मंदिर भवन पर कब्जा किया है. नायब तहसीलदार ने उससे हटने को कहा तो समय मांगने लगा. इसके बाद प्रशासन की टीम सात दिन में कब्जा हटाने का अल्टीमेटम देकर लौट आई थी.
एसपी सिटी मानुष पारीक ने दी यह जानकारी
एसपी सिटी मानुष पारीक ने बताया कि थाना किला क्षेत्र के बाकरगंज में स्थित श्री गंगा मैया महारानी का एक मंदिर पड़ता है. जिस पर एक चौकीदार का कब्जा था, चौकीदार अपनी स्वेच्छा से कब्जा छोड़कर जा रहा है. पुलिस प्रशासन मौके पर है और किसी तरह की कानून व्यवस्था में कोई दिक्कत नहीं है.
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