Bareilly News: बरेली में फर्जी पैरामेडिकल इंस्टिट्यूट का भंडाभोड़, परेशान छात्रों ने किया प्रदर्शन, फीस वापस दिलाने की मांग
Bareilly News: इंडियन पैरामेडिकल इंस्टीट्यूट का भंडाफोड़ होने के बाद यहां के छात्र खुद को ठगा से महसूस कर रहे हैं. उन्होंने लाखों रुपये देकर यहां पर एडमिशन लिया था.
Bareilly News: भोजपुरी एक्टर द्वारा चलाए जा रहे हैं फर्जी पैरामेडिकल इंस्टिट्यूट का मुख्यमंत्री के निर्देश पर पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने इस मामले में भोजपुरी एक्टर वीके यादव समेत 2 लोगों को गिरफ्तार किया है. इंडियन पैरामेडिकल इंस्टीट्यूट के नाम से चलाए जा रहे हैं इंस्टिट्यूट में करीब 500 छात्र-छात्राएं पैरामेडिकल के कोर्स कर रहे थे. अब जब इन छात्रों को जब पता चला इंस्टीट्यूट फर्जी है उनके पैरों तले से जमीन खिसक गई है. उन्होंने लाखों रुपये खर्च करके यहां एडमिशन लिया था.
इंडियन पैरामेडिकल इंस्टीट्यूट का भंडाफोड़ होने के बाद यहां के छात्र खुद को ठगा से महसूस कर रहे हैं. उन्होंने लाखों रुपये देकर यहां पर एडमिशन लिया था और अब उनका पैसा और समय दोनों खराब हो गए हैं. छात्र छात्राओं की मांग है की इंडियन पैरामेडिकल इंस्टीट्यूट चलाने वालों के खिलाफ प्रशासन सख्त कार्रवाई की जाए. इसके साथ ही उन्होंने अपनी फीस वापसी की मांग की और कहा कि उनका एडिमिशन किसी और कॉलेज में कराया जाना चाहिए.
सीएम योगी को मिली शिकायत के बाद कार्रवाई
दरअसल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को किसी ने गोपनीय शिकायत की थी कि इज्जतनगर थाना क्षेत्र के बन्नूबाल कॉलोनी में इंडियन पैरामेडिकल इंस्टीट्यूट के नाम से फर्जी इंस्टीट्यूट चलाया जा रहा है. जिसमें सैकड़ों छात्र छात्राओं के जीवन के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. एसपी सिटी राहुल भाटी ने बताया कि मुख्यमंत्री के द्वारा दिये गये निर्देश के क्रम में जनपद बरेली पुलिस द्वारा स्वास्थ्य विभाग, बरेली के साथ संयुक्त टीम बनाकर थाना इज्जत नगर, बरेली क्षेत्रान्तर्गत बन्नूवाल कॉलोनी, निकट पीलीभीत बाईपास में पैरा मेडिकल कॉलेज में एडमिशन कराने के नाम पर फर्जी एफिलिएशन सर्टिफिकेट के आधार पर चलाये जा रहे इंस्टीट्यूट भंडाफोड़ कर दिया.
मामले में दो आरोपी गिरफ्तार
पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए संस्था के स्वामी व प्रिंसिपल अभियुक्त विनोद यादव और जगदीश चन्द्रा को थाना प्रेमनगर जनपद बरेली को गिरफ्तार किया गया है. इनके कब्जे से संस्था से जुड़े फर्जी कागजात इत्यादि बरामद हुए हैं. इस मामले में थाना इज्जतनगर पर धारा 420/467/468/471 व 15 इंडियन मेडिकल काउंसिल एक्ट मुकदमा पंजीकृत किया गया है.
अभियुक्त विनोद यादव एवं अभियुक्त जगदीश चन्द्रा द्वारा स्टेट पैरामेडिकल फैकल्टी लखनऊ का फर्जी एफिलिएशन सर्टिफिकेट तैयार करके बन्नूबाल कॉलोनी में इंडियन पैरामेडिकल इंस्टीट्यूट के नाम से एक फर्जी इंस्टीट्यूट खोला, जिसमें स्वास्थ्य विभाग से सम्बन्धित विभिन्न पैरामेडिकल कोर्स DMLT, B Pharma, D Pharma, ANM, GNM, OT, DPT, X-RAY, CMS, B.SC Nursing Course इत्यादि के लिए छात्रों के फर्जी एडमिशन किये गये एवं उन्हें एडमिट कार्ड जारी किए गये है, लेकिन अब इन छात्रों का भविष्य अंधेरे में नजर आ रहा है.