UP News: बरेली जिले के इज्जतनगर में हुई गोलीबारी और आगजनी की घटना के दो ‘मुख्य साजिशकर्ताओं’ को पुलिस ने संक्षिप्त मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस के एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी. अधिकारी ने बताया कि पैरों में गोली लगने से घायल दोनों मुख्य साजिशकर्ताओं को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
पुलिस अधीक्षक (नगर) राहुल भाटी ने बताया, ‘‘पीलीभीत बाईपास पर 22 जून को हुई गोलीबारी और आगजनी की घटना के मुख्य साजिशकर्ता केपी यादव और सुभाष लोधी को शनिवार रात पुलिस दल के साथ हुई संक्षिप्त मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया.’’
भाटी ने कहा, ‘‘केपी यादव और सुभाष लोधी ने इज्जतनगर क्षेत्र में पीलीभीत बाईपास रोड पर एक जमीन खाली कराने के लिए मुख्य आरोपी राजीव राणा से 30 लाख रुपये लिए थे जिसके एवज में उन्होंने गोलीबारी और आगजनी की घटना को अंजाम दिया. पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से दो देसी पिस्तौल बरामद की हैं.’’
पुलिस के अनुसार केपी यादव रिठौरा नगर पालिका का सदस्य है तथा उसके खिलाफ जिले के विभिन्न थानों में 14 मामले दर्ज हैं और सुभाष लोधी के खिलाफ भी 13 मामले दर्ज हैं. पुलिस के अनुसार 22 जून को मुख्य आरोपी राजीव राणा और दूसरे पक्ष के आरोपी आदित्य उपाध्याय के बीच उपाध्याय की मार्बल की दुकान के पास स्थित एक भूखंड के कब्जे को लेकर हिंसक झड़प हो गई.
उसने बताया कि अपने बेटों और 40 से 50 साथियों के संग आये राणा ने विवादित जमीन के पास खड़ी दो जेसीबी मशीनों को आग के हवाले कर दिया जिसके बाद दोनों पक्षों के बीच गोलीबारी शुरू हो गई. घटना का एक कथित वीडियो सार्वजनिक हो गया.
बरेली के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने घटना के संबंध में लापरवाही बरतने के लिए इज्जतनगर थाने के प्रभारी सहित सात पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया था. इतना ही नहीं, कुछ दिनों बाद ही राज्य सरकार ने बरेली के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक घुले सुशील चंद्रभान का तबादला कर दिया. भाटी ने बताया कि घटना के सिलसिले में अब तक राणा और उपाध्याय सहित दोनों पक्षों के 26 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.
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