Bareilly News: काशी, हरिद्वार, सरयू नदी की तर्ज पर नाथ नगरी बरेली में भी गंगा आरती की शुरुआत की गई है. बरेली के रामगंगा स्थित चौबारी घाट पर नव वर्ष के पहले दिन गंगा आरती की शुरुआत की गई. डीएम रविंद्र कुमार की पहल पर अब हर महीने के प्रथम सोमवार को गंगा आरती हुआ करेगी.
रामगंगा स्थित चौबारी घाट पर नए साल के पहले सोमवार से गंगा आरती का प्रबंध किया गया. इसके लिए चौबारी घाट को दीपों से सजाया गया. जिसके बाद वहां पर विधि विधान से गंगा आरती की गई. गंगा आरती में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ-साथ वन विभाग के अफसर, जनप्रतिनिधि और सैकड़ों श्रद्धालु मौजूद रहे. इस दौरान चौबारी घाट पर पूरा वातावरण मां गंगा की आरती से गुंजायमान हो गया.
बरेली में होगी गंगा आरती
जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने गंगा आरती में उपस्थित सभी सम्मानितजनों से कहा कि सबका साथ हो, गंगा साफ हो के संकल्प के साथ आम जनमानस के सहयोग से ही गंगा के स्वच्छता का मार्ग प्रशस्त होगा. गंगा स्वच्छता के लिये जन सहभागिता बहुत आवश्यक है. नदियों के घाटों पर कोई भी प्लास्टिक, फूल, माला व कांच की बनी हुई चीजों को प्रवाहित न करें. उन्होंने कहा कि यह आरती प्रत्येक माह के प्रथम सोमवार को आयोजित की जाएगी.
गंगा आरती का उद्देश्य नदी के संरक्षण के लिए जन-जागरूकता बढ़ाना, सामाजिक रूप से प्रासंगिक कारणों में लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करना, गंगा नदी को स्वच्छ रखने के लिये जिम्मेदारियों की भावना विकसित कराना है. जिसके अन्तर्गत गंगा व उसकी सहायक नदियों के घाट पर गंगा-महाआरती, दीप-दान, तथा घाटों की साफ सफाई आदि कार्यक्रम आयोजित कराये जा रहे है.
नए साल के पहले सोमवार को हुआ आयोजन
सभी अतिथियों ने गंगा महाआरती की भव्यता व औलौकिकता के दर्शन किये. अंत में समस्त अतिथियों द्वारा गंगा में दीप प्रवाहित किये गये. इस मौके पर वन एवं पर्यावरण मंत्री डॉ अरुण कुमार ने कहा कि हम सभी को ये संकल्प लेना चाहिए की गंगा को प्रदूषित नही करेंगे, उसमें प्लास्टिक नहीं डालेंगे क्योंकि ये जल में रहने वाले जीवों के लिए ख़तरनाक होती है.
बिथरी विधायक डॉ. राघवेंद्र शर्मा ने कहा की जल ही जीवन है. पूरी दुनिया में पृथ्वी के अलावा कहीं भी जल नहीं है. इसलिए हम सभी को गंगा को साफ रखना होगा. इस मौके पर वन एवं पर्यावरण मंत्री डॉ अरुण कुमार, विधायक डॉ राघवेंद्र शर्मा, अधिवक्ता एवं वरिष्ठ समाज सेवी अनिल कुमार सक्सेना, मुख्य वन संरक्षक बी प्रभाकर समेत कई अधिकारीगण मौजूद रहे.