Bareilly Khusro Degree College News: बरेली में छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वाले खुसरो डिग्री कॉलेज के चेयरमैन और बीजेपी नेता शेर अली जाफरी और उसके बेटे को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. जबकि अभी समाजवादी पार्टी का नेता कथित डॉ विजय शर्मा फरार है. ये सभी गैंग बनाकर छात्रों से ठगी किया करते थे. इन लोगों ने डी फार्मा की फर्जी डिग्री देकर छात्रों से करोड़ों रुपए की ठगी की.
बीजेपी नेता शेर अली जाफरी और उसका बेटा फिरोज अली जाफरी वही जालसाज हैं, जिन्होंने डी फार्मा के फर्जी सर्टिफिकेट देकर 379 छात्रों से करीब 4 करोड़ रुपए ठग लिए. शेर अली जाफरी खुसरो डिग्री कालेज का चेयरमैन है और इसने अपने काले कारनामों को दबाने के लिए खुसरो मेल नाम से अखबार भी चला रखा है. इतना ही नहीं कुछ दिनों पहले ही शेर अली जाफरी ने बीजेपी ज्वाइन कर ली थी ताकि पुलिस उसके खिलाफ कार्रवाई न करे.
छात्रों के प्रदर्शन के बाद हुई कार्रवाई
इस मामले में छात्रों ने थाने से लेकर डीएम और एसएसपी ऑफिस में प्रदर्शन किया, जिसके बाद अब तक शेर अली जाफरी, उसका बेटा, कालेज का प्रिंसिपल और समाजवादी पार्टी का नेता डॉक्टर विजय शर्मा के खिलाफ सीबीगंज थाने में 4 मुकदमे दर्ज किए गए हैं. मामले की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी अनुराग आर्य ने एसपी साउथ मानुष पारिक के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया. एसआईटी ने शेर अली जाफरी से पूछताछ की और उसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया.
छात्रों को बांटे फर्जी डी फार्मा की डिग्री
एसपी साउथ मानुष पारीक ने बताया कि जैसा कि आपको विदित है कि काफी समय से जनपद बरेली में एक कॉलेज है, खुसरो इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज बरेली. इससे संबंधित कई छात्रों की शिकायतें आई कि उनको डी फार्मा की डिग्री दी गई और अंकपत्र दिए गए, जब वो छात्र उन अंकपत्रों को लेकर विभिन्न जगहों पर नौकरी के लिए जाते थे या फिर फार्मासिस्ट की लाइसेंस के लिए जाते थे तब उनको पता चलता था कि यह जो अंक पत्र है मार्कशीट है जो सर्टिफिकेट है वह फर्जी है.
शेर अली जाफरी औरर उसका बेटा गिरफ्तार
एसपी साउथ मानुष पारीक ने बताया कि इसी के अंतर्गत इस प्रकरण में जो संचालक है. खुसरो मेडिकल इंस्टीट्यूट के उनके विरुद्ध लगभग चार मुकदमे अभी तक दर्ज किए जा चुके हैं. छात्रों द्वारा उसी का संज्ञान लेते हुए और मामले की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी अनुराग आर्य ने एक स्पेशल टीम SIT का गठन किया और आज जो संचालक है इंस्टिट्यूट का उसे इस टीम ने गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है. संचालक का नाम शेर अली जाफरी है और उसका बेटा फिरोज अली जाफरी, जो कि उसका बेटा है. उसे भी इसी मामले में गिरफ्तार करके जेल भेजा गया है.
379 बच्चों के साथ धोखाधड़ी
एसपी साउथ मानुष पारीक ने बताया कि यह जो इंस्टिट्यूट था यह बच्चों के जीवन के साथ खिलवाड़ कर रहा था. एक तरीके से लगभग 379 बच्चों के साथ में इन्होंने धोखाधड़ी की है. उनसे लाखों रुपए फीस वसूली गई है. उनसे धोखाधड़ी से लेकर और उसके बदले में उनको फर्जी डिग्रियां दी गई. इसी के अंतर्गत आगे की भी कार्रवाई की जाएगी. इसमें जो भी लोग हैं जो शेर अली जाफरी और उनके इंस्टीट्यूट से संबंधित थे उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी. इसमें यह भी देखा जाएगा कि जो कूटरचित रचना करके धोखाधड़ी से पैसा लिया गया है बच्चों से वह पैसों का जो मनी ट्रेन है, उसको भी देखा जाएगा. जो जो इसमें शामिल हैं उन सभी के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी.
क्या बोले एसपी साउथ?
एसपी साउथ ने बताया कि इसमें इन लोगों ने गिरोह बनाकर काम किया है. एक सर्विस प्रोवाइडर के रूप में विजय शर्मा की थी. गिरोह बनाकर बच्चों के साथ धोखाधड़ी की. अपने कॉलेज में बच्चों का एडमिशन लेते थे. यह भी सामने आया है कि किसी प्रकार की क्लास भी नहीं होती थी और उनसे पैसे लेकर के उनके साथ धोखाधड़ी करके फर्जी डिग्री देते थे. इन्हें जब वह लेकर मार्केट में जॉब के लिए लाइसेंस के लिए जाते थे तब उन्हें निराशा हाथ लगती थी.
इसमें जितने भी कार्रवाई हैं कि गैंगस्टर की कार्रवाई की जाएगी. इन्होंने जो मार्कशीट दी है उसमें भी एक बहुत महत्वपूर्ण तथ्य सामने आया है. वह खुसरो मेडिकल इंस्टीट्यूट की नहीं है बल्कि वह मार्कशीट इन्होंने फोटोशॉप करके उन यूनिवर्सिटी की दे दी है. यह भी प्रकाश में आया है कि जिन यूनिवर्सिटी की मार्कशीट दी गई है उनसे जब जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया कि ये मार्कशीट उनके यहां से नहीं है. रोल नंबर भी फर्जी है, उनके द्वारा नहीं दी गई है. लगभग आठ यूनिवर्सिटी ऐसी हैं, इंस्टीट्यूट ऐसे हैं उनकी मार्कशीट दी गई है. एक इंस्टिट्यूट उड़ीसा का है, एक इंस्टीट्यूट हिमाचल का, एक रुड़की का और एक कानपुर का है.
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