UP News: ऑल इंडिया मुस्लिम जमात (All India Muslim Jamaat) के अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी (Maulana Shahabuddin Razvi) ने पाकिस्तान (Pakistan) के हालात पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि आतंकवाद को पाकिस्तान ने जन्म दिया और आतंकवाद ही पाकिस्तान को खाए जा रहा है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के हर राज्य को बुरे हालात का सामना करना पड़ रहा है. बलूचिस्तान में जनता आजादी की मांग कर रही है. गिलगित बाल्टिस्तान (Gilgit Baltistan) में शिया सड़कों पर उतरकर कारगिल हाईवे खोलने की मांग कर रहे हैं. फौज के जुल्म से तंग आकर लोग भारत जिंदाबाद के नारे लगा रहे हैं.
पाकिस्तान पर भड़के बरेली के मौलाना
मौलाना ने कहा कि कट्टरपंथी तालिबान को परवान चढ़ाने और भारत के खिलाफ उकसाने में पाकिस्तानी नेताओं की खास भूमिका रही है. अब पाकिस्तानी हुक्मरानों ने तालिबान को दो टुकड़ों में बांट दिया है. तालिबान के एक गुट की अफगानिस्तान पर हुकूमत है और दूसरे गुट का कंट्रोल पाकिस्तान में बढ़ता जा रहा है. भविष्य के परिदृश्य बताते हैं कि पाकिस्तान पर तालिबान का कब्जा हो जाएगा. ऐसी सूरत-ए-हाल में भारत को सतर्क रहने की बहुत ज्यादा जरूरत है.
उन्होंने कहा कि पूरा पाकिस्तान गंभीर समस्याओं से जूझ रहा है और अवाम भारत की तरफ उम्मीद की नजरों से देख रही है. मौलाना ने कहा कि इंटरनेट और सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर हुकूमत के अलावा कोई पाबंदी नहीं लगा सकता. हुकूमत चाहे तो समाज को तोड़ने वाली, देश विरोधी और नफरत फ़ैलाने वाली साइट पर पाबंदी लगा सकती है. पाकिस्तान के बहुत सारे विद्वान मुख्तलिफ हिस्सों में रहकर गतिविधियां चला रहे हैं. उन्होंने अलग-अलग नामों से संगठन बना रखे हैं.
उनके संगठनों की शाखाएं दुनिया के विभिन्न देशों समेत भारत में वर्षों से स्थापित हैं. देखने और जांच पड़ताल का काम हुकूमत का है. मौलाना ने भारतीय मुसलमानों से पाकिस्तान के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और ऐप से नहीं जु़ड़ने की अपील की. उन्होंने नसीहत दी कि पाकिस्तानी विद्वानों की तकरीरें भारतीय मुसलमान न सुनें, भारतीय विद्वानों की ही तकरीरें सुनें. उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी विद्वान कश्मीर के मुद्दे पर भारत की छवि को पूरी दुनिया में खराब करने की कोशिश करते हैं.
कश्मीरी मुसलमानों को भारत के खिलाफ भड़काने और उकसाने का भी काम करते हैं. ऐसे विद्वानों ने अपने लिटरेचर में कश्मीर के मुसलमानों को मुद्दा बनाया है और भारत के खिलाफ दुष्प्रचार किया है. इस तरह के लिटरेचर भारत में भी प्रकाशित हो रहे हैं. इस पर ध्यान नहीं दिया गया तो कुछ वर्षों के बाद बड़ी समस्या खड़ी हो जाएगी. मौलाना ने आरोप लगाया कि भारत के खिलाफ दुष्प्रचार का वर्षों से चला आ रहा है.