Bareilly: 'अखिलेश यादव को मुस्लिम मुद्दों से आंख मूंदने का भुगतना पड़ा खामियाजा', मौलाना शहाबुद्दीन रजवी का दावा
Bareilly News: यूपी नगरीय निकाय चुनाव में मुसलमानों के फैसले की ऑल इंडिया मुस्लिम जमात अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने प्रशंसा की है. उनका कहना है कि मुसलमानों ने सपा का टैग उतार दिया है.
UP Nagar Nikay Chunav Result 2023: उत्तर प्रदेश नगर निकाय चुनाव के बाद आज मौलाना शहाबुद्दीन रज़वी (Maulana Shahabuddin Razvi) ने ऑल इंडिया मुस्लिम जमात (All India Muslim Jamaat) की समीक्षा बैठक बुलाई. समीक्षा बैठक में विभिन्न इलाकों की सर्वे रिपोर्ट को पेश किया गया. पदाधिकारियों ने बताया कि मुसलमानों ने समाजवादी पार्टी को छोड़ देने और विकल्प के तौर पर किसी दूसरी पार्टी का चुनाव करने पर अमल शुरू कर दिया है. मौलाना शहाबुद्दीन रज़वी ने मुसलमानों की तरफ से अच्छा संकेत माना. उन्होंने कहा कि हमें अपनी कौम पर गर्व है.
ऑल इंडिया मुस्लिम जमात की समीक्षा बैठक
बकौल रजवी मुसलमान उलेमा की बातें मान रहें है और सियासी लोगों की चालों को समझ रहें है. समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने मुस्लिम मुद्दों से आंख मूंदने का खामिमयाजा निकाय चुनाव में भुगत लिया है. आगामी लोकसभा चुनाव में भी अखिलेश यादव को भारी नुकसान उठाना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि हमने अखिलेश यादव को हर मौके पर सचेत किया और बताया मगर उन्होंने कुछ भी मानने से इनकार कर दिया. उनकी पार्टी में दो से तीन मौलाना भी हैं. उनको भी अखिलेश यादव ने साथ नहीं रखा कि कहीं दाढ़ी टोपी वाले का फोटो साथ ना छप जाए. मौलानाओं को ताकीद कर दी थी हमारे साथ मंच साझा ना करें और ना ही हमारे साथ दिखें. मौलाना बहुत दूर होकर खड़े होते थे कि कहीं अध्यक्ष जी नाराज ना हो जाएं और पद से हटा न दें.
मौलाना ने आगे कहा कि बीजेपी ब्रज क्षेत्र के अध्यक्ष दुर्विजय सिंह शाक्य और कांग्रेस पदाधिकारियों ने समीक्षा बैठक में स्वीकार किया कि मुसलमानों ने नगर निगम क्षेत्र और दूसरे इलाकों में हमें वोट दिया है मगर समाजवादी पार्टी की समीक्षा बैठक में मुसलमानों पर नकारात्मक सोच के साथ बात कही गई. निकाय चुनाव में सपा उम्मीदवारों को मिला वोट सिर्फ और सिर्फ मुसलमानों का है. इसमें किसी दूसरी बिरादरी की साझेदारी नहीं है मगर अब हालात बदल रहे हैं और मुसलमान सपा के अलावा अन्य विकल्प की तरफ बढ़ रहा है. मैंने हमेशा कोशिश की है और मुसलमानों को बताने की बराबर कोशिश करता रहता हूं कि सपा में अब रहने की जगह नहीं. कामयाबी की रोशनी अब नगर निकाय चुनाव ने फैला दी है और इसका फायदा सबसे बड़ा मुसलमानों को होगा की उनके ऊपर से सपा का लगा हुआ टैग हट जाएगा और अखिलेश यादव मुसलमानों को सपा का बंधुआ मजदूर समझने की भूल नहीं करेंगे.
'पहली बार 7 फीसद मुस्लिम वोट BJP को मिला'
मौलाना ने कहा कि जीतने वालों में खासतौर पर डॉक्टर उमेश गौतम मिलनसार और विकास की सोच रखने वाले व्यक्ति हैं. अब उनके ऊपर डबल जिम्मेदारी आ गई है. मैं उनसे मांग करता हूं कि मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में भी अच्छे से अच्छा काम कराएं. नाली, खड़ंजा, पुलिया और सीवर लाइन की जरूरतों को पूरा कराएं. मुस्लिम बहुल इलाकों को स्मार्ट सिटी के प्रोजेक्ट में भी शामिल कराएं ताकि गरीब और उजड़ी बस्तियों में भी बेहतर विकास हो सके. इस बार पहला मौका है जब 7 फीसद मुसलमानों ने बीजेपी को वोट दिया है और वोट डॉक्टर उमेश गौतम के चेहरे को देखते हुए दिया है. इसलिए अब नगर निगम में पक्षपात नहीं हो सकता और इस उम्मीद के साथ भी काम करना चाहिए कि भविष्य में 14 फीसद वोट डबल के तौर पर आपको मिले. इनकी उम्मीदों पर अगर पानी फेरा गया तो फिर आपसे मुस्लिम चटक जाएगा. इसलिए कोशिश होनी चाहिए कि मुसलमानों की उम्मीदों पर खरा उतरें और भविष्य में ज्यादा से ज्यादा विकास के नाम पर आपसे लोग जुड़ सकें.
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