Maulana Shahabuddin Razvi Reaction Over Gyanvapi Row: ज्ञानवापी मस्जिद (Gyanvapi Masjid) को लेकर उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में लगातार सियासत (Politics) गर्माती जा रही है. पहले बीजेपी के पूर्व विधायक संगीत सोम (Sangeet Som) ने विवादित बयान दिया और अब दरगाह आला हजरत (Dargah ala Hazrat) के प्रवक्ता मौलाना शहाबुद्दीन रज़वी (Maulana Shahabuddin Razvi) ने आग में घी डालने का काम किया है. मौलाना शहाबुद्दीन ने कहा कि बाबरी मस्जिद (Babri Masjid) की तरह अगर ज्ञानवापी मस्जिद को गिराने की कोशिश की गई तो मुसलमान (Muslim) चुप नहीं बैठेगा और आंदोलन करेगा.


खामोश नहीं बैठेगा मुसलमान 
मौलाना शहाबुद्दीन रज़वी ने ज्ञानवापी मस्जिद मामले में कोर्ट के आदेश को लेकर कहा कि जानबूझकर के इसको फिरकापरस्त ताकतें आगे बढ़ा रही हैं. हमने बाबरी मस्जिद को खो दिया और उस वक्त तमाम मुसलमानों ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को मानते हुए खामोशी इख्तियार की, मगर अब मुसलमान खामोश नहीं बैठेगा. अगर ज्ञानवापी मस्जिद पर हमला किया गया और बाबरी मस्जिद की तरह उसको बनाने की कोशिश की गई तो हिंदुस्तान का मुसलमान खामोश नहीं बैठेगा और वो फिर जो भी आंदोलन हो सकता है वो चलाने पर मजबूर होगा.


ताजमहल के बारे में पूरी दुनिया जानती है
मौलाना शहाबुद्दीन रज़वी ने ये भी कहा कि जहां तक ताजमहल की बात है तो पूरी दुनिया जानती है कि ये शाहजहां की बनाई हुई है. शाहजहां ने अपनी बेगम मुमताज महल के नाम से उनकी मोहब्बत में यादगार के तौर पर ताजमहल को बनवाया. ये जमीन भी उनकी थी और इसका देख-रेख एक अर्से से सुन्नी सेंट्रल बोर्ड लखनऊ करता रहा है. ऐसी स्थिति मे ताजमहल का मुद्दा उठाना गलत बात है. मगर उसपर हाईकोर्ट के जजों ने बेहतरीन फैसला देते हुए फटकार लगाई और अपील को खारिज कर दिया है. ये निगेटिव सोच के लोग रोजाना कोई ना कोई मसला उठाते हैं जो हिन्दू-मुस्लिम नफरतों को बढ़ाने वाला काम करते हैं, ऐसे लोगों पर लगाम लगनी चाहिए.


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