UP News: बरेली (Bareilly) नगर निगम (Municipal Corporation) इन दिनों आर्थिक तंगी से जूझ रहा है, जिस वजह से पार्षदों के मोबाइल का बिल (Mobile Bill) जमा नहीं हो सका है और उनका नंबर बंद हो गया है. इससे पार्षदों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है. पार्षदों का कहना है कि मोबाइल का बिल जमा नहीं होने की वजह से नंबर बंद हो गया है और जनता उनसे संपर्क नहीं कर पा रही है. हालांकि मेयर वित्तीय संकट से इनकार कर रहे हैं.
जनता से संपर्क साधना इसलिए हुआ मुश्किल
दरअसल, नगर निगम में पार्षदों को एक-एक मोबाइल और एक जियो का पोस्टपेड नंबर दिया गया था जिसका बिल नगर निगम को देना पड़ता है लेकिन पिछले दो महीने से नगर निगम की तरफ से पार्षदों के मोबाइल नंबर का बिल जमा नहीं किया गया है. जिस वजह से अब पार्षदों के मोबाइल बंद हो गए है. पार्षद जब फोन करते है तो उसमें वाइस मेसेज आता है कि बिल जमा नहीं होने की वजह से आपकी आउटगोइंग सेवाएं बंद कर दी गई हैं.
पार्षद के दावे के उलट यह बोले मेयर
पार्षदों का कहना है की पांच सालों से वो यही सीयूजी नंबर चला रहे हैं. जिस वजह से सभी अफसरों और जनता में उनका यही नंबर बंटा हुआ है. जनता अब उनसे संपर्क नहीं कर पा रही है. इतना ही नहीं वार्ड 25 से बीजेपी के पार्षद मुनेंद्र सिंह कहना है कि नगर निगम की वित्तीय हालत इस समय अच्छी नहीं चल रही है जिस वजह से विकास कार्य भी नहीं हो पा रहा है. वहीं, बरेली के मेयर डॉक्टर उमेश गौतम का कहना है कि अगर बिल जमा नहीं है तो जमा करवाया जाएगा. नगर निगम की वित्तीय हालत पर उन्होंने कहा की निगम की वित्तीय हालत ठीक है उसमें कोई कमी नहीं है. हां ऐसा हो सकता है की अनदेखी की जा रही हो.
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