Bareilly News: आखिरकार लंबे इंतजार के बाद बरेली (Bareilly) के लोगों को जाम से निजात मिल ही गई. पिछले 20 सालों से लाल फाटक पर चल रही फ्लाईओवर की मांग आखिरकार भारतीय जनता पार्टी की सरकार में पूरी हो गई. 5 सालों में फ्लाईओवर बनकर तैयार हो गया. इस फ्लाईओवर से अब लोगों को बांके बिहारी के दर्शन करना आसान होगा और बिना ब्रेक के लोग अपने वाहन दौड़ाते हुए मथुरा का सफर कर सकेंगे.


दरअसल, लाल फाटक पर छोटी लाइन और बड़ी लाइन के दो फाटक होने की वजह से रेलवे क्रॉसिंग आए दिन बंद रहती थी. जिस वजह से लंबा जाम लगता था. कई बार तो एंबुलेंस फंसी और उसमें मरीज की मौत तक हो गई. इतना ही नहीं कई लोगों की ट्रेन की चपेट में आने से भी मौत हो चुकी है. वहीं भारतीय जनता पार्टी के आंवला सांसद धर्मेंद्र कश्यप के प्रयासों से लाल फाटक फ्लाईओवर आखिरकार बनकर तैयार हो गया. लाल फाटक फ्लाईओवर बनने में सबसे बड़ी समस्या यह थी कि उसका एक हिस्सा सेना के क्षेत्र में पड़ता है तो वहीं दूसरा हिस्सा रेलवे की जमीन पर पड़ता है. जिस वजह से सबसे बड़ी समस्या दोनों विभागों को एनओसी मिलने में हुई.


पुल का एक सिरा वाहनों के लिए खुला 
सबसे बड़ी समस्या रक्षा मंत्रालय की एनओसी मिलने में हुई और सांसद के काफी प्रयासों के बाद आखिरकार एनओसी मिली.जिसके बाद पुल बनाने का काम शुरू हुआ. शुरुआत में फ्लाई ओवर काफी धीमी रफ्तार में बना. इसके बाद आला अधिकारियों के प्रयासों से इसके निर्माण में तेजी आई. पुल का एक हिस्सा यानी एक लेन पूरी बनकर तैयार हो गई है, जबकि दूसरी लेन में थोड़ा काम रह गया है. 


कुछ ही दिनों में दूसरी तरफ की लेन भी शुरू हो जाएगी. गुरुवार रात 12 बजे से पुल का एक सिरा वाहनों के लिए खोल दिया गया. फ्लाईओवर पर सरपट वाहन दौड़ने लगे. लाल फाटक फ्लाईओवर बरेली वासियों के लिए बहुत बड़ी सौगात है. लाल फाटक फ्लाईओवर रामसेतु का काम करेगा, क्योंकि रेलवे के दो-दो क्रॉसिंग होने की वजह से यह किसी समुद्र से कम नहीं था. जिस पर फ्लाईओवर बनवाना बहुत ही कठिन काम हो रहा था.


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