Bareilly News: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (AIMIM) प्रमुख और सांसद असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) के तिरुपति बालाजी मंदिर और वक्फ संशोधन बिल पर दिए बयान को लेकर बरेली के मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने कहा कि ओवैसी मुसलमानों को भड़काने का काम कर रहे है. वो मुसलमानों को गुमराह करके अपना उल्लू सीधा करना चाहते है.


शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने कहा कि वक्फ बोर्ड में कोई भी गैर मुस्लिम नहीं है. इसलिए ओवैसी को ऐसे बयान नहीं देना चाहिए. उन्होंने कहा कि जो लोग भी वक्फ संशोधन बिल का विरोध कर रहे हैं. ऐसे ही लोगों ने वक्फ की जमीनों को कब्जा रखा है. अगर सही से वक्फ संपत्तियों का सर्वे हो जाए और उसका सही इस्तेमाल हो जाए तो हिंदुस्तान में कोई भी मुसलमान भीख नहीं मांगेगा. कोई भी मुसलमान गरीब नहीं रहेगा. सभी मुसलमान पढ़ लिख जाएंगे.


वक्फ बोर्ड बिल संसोशधन से मुसलमानों को होगा फायदा
शाहबुद्दीन रजवी ने कहा कि, ओवैसी मुसलमानों को भड़काकर सड़को पर लाना चाहते है. वो चाहते है मुसलमान जेल भरो आंदोलन करे. उन्होंने कहा कि वक्फ बिल में पहली बार संशोधन नहीं हो रहा है. पहले भी कई बार संशोधन हो चुका है. इसी तरह संविधान में भी कई बार समय समय पर संशोधन हो चुके है. इसलिए वक्फ संशोधन बिल आने से गरीब मुसलमानों का फायदा होगा.


AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने वक्फ बोर्ड तिरुमाला बोर्ड को लेकर कहा कि, एक तरफ टीटीडी बोर्ड में एक भी गैर हिंदू नहीं रखने की बात चल रही है. दूसरी तरफ मोदी सरकार वक्फ बोर्ड परिषद में दो गैर हिंदुओं को रखने का प्रावधान ला रही है. ओवैसी ने कहा कि, टीटीडी हिंदू धर्म का बोर्ड है और वक्फ मुसलमानों का बोर्ड है.


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