बरेली: यूपी के बरेली शहर में 2 महीने पहले हुई डकैती का आखिरकार पुलिस ने खुलासा कर दिया है. पुलिस ने इस मामले में 10 बदमाशों को गिरफ्तार किया है. जिनके पास से डकैती के 5 लाख के सोने- चांदी के गहने भी बरामद हुए है. जबकि दो बदमाश अभी फरार है. बता दें कि एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने पुलिस कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर घटना का खुलासा किया है.
बदमाशों ने लूटे करीब 12 लाख रुपए के गहने
एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने घटना का खुलासा करते हुए बताया कि नवाबगंज थाना क्षेत्र के बरौर गांव में रहने वाले व्यापारी जलीस अहमद के यहां एक दर्जन बदमाशों ने धावा बोल दिया था. बदमाश उनके घर से करीब 10-12 लाख रुपए के सोने-चांदी के गहनों के साथ एक बलूनो कार भी लूट कर ले गए. जिसके बाद बदमाशों के खिलाफ नवाबगंज थाने में आईपीसी की धारा 395 के तहत डकैती का मुकदमा दर्ज किया गया था. पुलिस ने इस डकैती की घटना के खुलासे के लिए कई टीमों को जांच पर लगाया गया था. जिसके बाद एसओजी और नवाबगंज पुलिस ने इस मामले में 10 शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया है. जिनके पास से पांच तमंचे, 4 चाकू, करीब 5 लाख के सोने-चांदी के गहने बरामद हुए हैं.
इन बदमाशों को पुलिस ने किया गिरफ्तार
पुलिस की दी जानकारी के अनुसार बदमाशों के पास से तीन मोटरसाइकिल भी बरामद हुई है. पुलिस ने जिन 10 बदमाशों को गिरफ्तार किया है उनमें सुभाषनगर निवासी फरमान, मनजीत, इरशाद अहमद, आमिर, आकिल शामिल है. इसके अलावा शहर कोतवाली थाना क्षेत्र निवासी इस्तकार उर्फ गण्ठा, बारादरी थाना क्षेत्र के जोगीनवादा निवासी बदमाश राजू खान, बारादरी थाना क्षेत्र के हजियापुर निवासी दानिश, फतेगंज पश्चिमी निवासी संजीव उर्फ गुड्डू, और किला निवासी रोज वारसी को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है. वहीं इस मामले में सुभाषनगर थाना क्षेत्र निवासी मुशाहिद और रुस्तम अभी फरार है.
बदमाशों के खिलाफ अलग-अलग शहरों में दर्ज मामले
एसएसपी ने बताया की इस मामले में गिरफ्तार संजीव के खिलाफ बरेली और बदायूं के मूसाझाग थाने में डकैती के आधा दर्जन मुकदमें दर्ज है. वहीं दूसरा आरोपी फरमान के खिलाफ भी डकैती, पुलिस मुठभेड़, लूट के करीब आधा दर्जन मुकदमें बरेली के अलग-अलग थानों समेत लखीमपुर खीरी के निघासन थाने में भी दर्ज है. इसके साथ ही पुलिस अन्य आरोपियों का भी आपराधिक इतिहास खंगाल रही है. फिलहाल पुलिस अब इन बदमाशों को रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी ताकि इनके द्वारा की गई बाकी वारदातों का पता चल सके. साथ ही इनके गैंग को भी रजिस्टर कर गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई की जाएगी.
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