Bareilly News: यूपी के बरेली (Bareilly) में एक महिला ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं. महिला का आरोप है कि पुलिस ने उसके घर पर दबिश दी और उसे छत से नीचे फेंक दिया. महिला को गंभीर हालत में निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. महिला का अपने पति से दहेज उत्पीड़न का केस चल रहा है. उसके पति के खिलाफ एनबीडब्ल्यू होने के बावजूद भी पुलिस उसे गिरफ्तार नही कर रही है. जिसके बाद महिला ने कोर्ट में जज से पुलिस की शिकायत की. जिसके बाद कोर्ट ने पुलिस को फटकार लगाई.
अस्पताल में दर्द से कराहती हसीना बानो का आरोप है कि उसने अपने पति के खिलाफ 2020 में फरीदपुर थाने में दहेज उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज कराया था. उसके बाद कोर्ट से कुछ समय पहले पति साहिल उर्फ इंस्पेक्टर के खिलाफ एनबीडब्ल्यू जारी हुआ था. लेकिन उसके बावजूद पुलिस ने हसीना के पति को गिरफ्तार नहीं किया. जिसके बाद 6 फरवरी को तारीख पर कोर्ट गई हसीना ने जज साहब को पुलिस की करतूत बताई की वारंट होने के बावजूद भी पुलिस उसके पति को गिरफ्तार नही कर रही है. जिस पर जज ने पुलिस को बुलाकर फटकार लगाई और पति को तत्काल गिरफ्तार करने के आदेश दिए.
पुलिस की लापरवाही साफ साफ नजर आ रही है
हसीना की शिकायत से बौखलाई फतेहगंज पूर्वी थाने की पुलिस उसके पति को पकड़ने की जगह हसीना के घर पर रात एक बजे दबिश दी और उसके घर का दरवाजा तोड़ दिया. हसीना का आरोप है कि पुलिस वालों ने उसे पीटा तो उनसे बचने के लिए वो छत पर भागी. लेकिन पुलिस हसीना के पीछे पीछे छत पर चली गई और उसे छत से नीचे फेंक दिया. जिससे उसके दोनों पैर टूट गए है. हसीना की हालत गंभीर है. उसका बरेली के निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है.
वहीं इस मामले में एसएसपी अखिलेश चौरसिया का कहना है कि पुलिस हसीना के पति को गिरफ्तार करने गई थी. हसीना खुद गिरी है. पुलिस ने उसे धक्का नहीं दिया है. पुलिस पर जो भी आरोप हसीना ने लगाए हैं वो निराधार हैं. फिलहाल एसएसपी बरेली अपनी पुलिस का बचाव करते नजर आ रहे हैं, लेकिन बड़ी बात ये है कि पुलिस आखिर आधी रात को हसीना के घर पर करने क्या गई थी. जबकि हसीना तो खुद वादी है. ऐसे में कहीं न कहीं पुलिस की लापरवाही साफ साफ नजर आ रही है.