UP News: सऊदी में रमजान पर नहीं बजेगा लाउडस्पीकर, बरेली में शुरू होने लगा विरोध, मौलाना ने उठाए सवाल
Bareilly News: होली के त्योहार पर सवाल उठाने पर बरेली के मौलवी ने अब सऊदी अरब के एक फैसले को लेकर आपत्ति जताई है. मौलवी ने सऊदी अरब के निर्णय को गलत ठहराया है.
Bareilly News: सऊदी अरब (Saudi Arab) की सरकार ने रमजान (Ramadan) में लाउडस्पीकर पर पाबंदी लग दी है लेकिन उसका विरोध बरेली की दरगाह आला हजरत से शुरू हो गया है. दरगाह आला हजरत से जुड़े संगठन ऑल इंडिया मुस्लिम जमात (All India Muslim Jamat) के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी (Maulana Shahabuddin Razvi Bareilvi) ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि सऊदी अरब की हुकूमत ने रमजान शरीफ में लाउडस्पीकर पर पाबंदी लगा दी है. यह फैसला अफसोसजनक है.
मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने कहा कि सऊदी अरब को पूरी दुनिया में एक मुस्लिम इस्लामी देश के नुमाया तौर पर देखा जाता है, वहां की हुकूमत द्वारा लिए गए फैसले दूसरे देशों पर प्रभाव डालते हैं इसलिए सऊदी हुकूमत को ऐसे फैसले नहीं लेने चाहिए जिससे दूसरे देशों में मुसलमानों के सामने समस्याएं खड़ी हो जाएं. मौलान ने कहा कि भारत में मस्जिदों में लाउडस्पीकर का इस्तेमाल हो रहा है. धार्मिक आयोजनों और धार्मिक जगहों पर कोई पाबंदी नहीं है.
होली का भी विरोध कर चुके हैं बरेलवी
गौरतलब है कि मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी होली का विरोध भी कर चुके हैं. उन्होंने कहा था कि इस्लाम होली खेलने की इजाजत नहीं देता है न ही हिंदुओं के त्योहारों में शामिल होने की इजाजत देता है. अब सऊदी अरब की सरकार के लाउडस्पीकर की पाबंदी का विरोध भी शुरू हो गया है. बता दें कि सऊदी ने रमजान पर मक्का और मदीना के लिए नए नियमों की घोषणा की है. इन नियमों के तहत अजान का लाइव प्रसारण नहीं किया जाएगा और न ही मस्जिदों के अंदर इफ्तार पार्टी आयोजित की जाएगी. इसके अलावा बच्चों को मस्जिद में न लाए जाने का भी अनुरोध किया गया है.
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