बरेली, एबीपी गंगा। बरेली में शिक्षक के बेटे का शादी समारोह से अपहरण करने के मामले में सनसनीखेज खुलासा हुआ है। बच्चे के अपहरण के बाद उसकी हत्या कर दी गई है। अपहरणकर्ता कोई बाहरी नहीं बल्कि शिक्षक का रिश्तेदार निकला है। जिसने एक करोड़ की फिरौती के लिए चार साल के अग्रिम का अपहरण किया और बाद में उसकी हत्या कर दी।


पुलिस जांच में ये खुलासा हुआ है कि शिक्षक के रिश्तेदार सुनील ने बारातघर से चार साल के बच्चे का अपहरण किया। अपहण के कुछ देर बाद ही उसने बच्चे की हत्या कर दी। शिक्षक की तहरीर और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने सुनील को अपहरण के कुछ देर बाद ही हिरासत में ले लिया था। सख्ती से पूछताछ के बाद आरोपी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। पुलिस की सख्त पूछताछ के दौरान उसने बताया कि बिथरी गांव में पताई के नीचे उसने बच्चे का शव दफनाया है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। बता दें कि नबाबगंज में बारातघर से बच्चे का अपहरण हुआ था।


गौरतलब है कि 28 अप्रैल को बरेली के नबाबगंज में शादी समरोह के दौरान बारात घर से चार साल के अग्रिम का अपहरण हुआ था। पीलीभीत के बीसलपुर के गांव हाफिज नगर निवासी चन्द्रप्रकाश अपनी पत्नी रुचि व बेटे अग्रिम (चार साल) के साथ नवाबगंज के बीजामऊ रोड स्थित पुष्प वाटिका बारातघर में आए थे। यहां पीलीभीत के ही दियूकलिया के रामकुमार की बेटी और भगवानदास के बेटे बब्लू की शादी थी। चन्द्रप्रकाश बीसलपुर के सखिया गांव के प्राथमिक विद्यालय में सहायक अध्यापक हैं। शादी के दौरान सभी व्यस्त थे, इसी बीच उनका बेटा अग्रिम गायब हो गया। परिजनों ने बच्चे की तलाश की, लेकिन बच्चे के न मिलने से उन्होंने तुरंत मामले की सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने बारातघर के सीसीटीवी फुटेज को खंगाला और फुटेज में दियूकलिया गांव के झब्बूलाल का बेटा सुनील कुमार बाइक पर बच्चे को बैठाकर ले जाता हुआ दिखा। चंद्रप्रकाश की ओर से अपहरण का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। जिसके बाद पुलिस की पूछताछ के दौरान आरोपी ने अपना गुनाह कबूल कर लिया।