UP News: उत्तर प्रदेश के बरेली जनपद के शाही थाना क्षेत्र के गौसगंज गांव में खुराफातियों ने एक बार फिर से माहौल खराब करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने दंगाइयों को ऐसा सबक सिखाया है कि वह अब कभी भी दंगा फसाद करने की सपने में भी नहीं सोच सकेंगे. पुलिस ने अब तक 37 दंगाइयों को गिरफ्तार किया है, जिसमें दो दंगाइयों को पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान गोली मारकर गिरफ्तार किया है.


दंगाइयों को पुलिस ने घेराबंदी की तो दंगाइयों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी, जिसमें पुलिसकर्मी गोली लगने से बाल बाल बच गए. इसके बाद बचाव में पुलिस ने भी फायरिंग की जिसमें दो दंगाइयों आलमगीर और नजाकत को गोली लगने के बाद गिरफ्तार किया गया है. 


दरअसल शाही थाना क्षेत्र के गौसगंज में मोहर्रम के दिन ताजियों का जुलूस निकाला जा रहा था. इस दौरान देवस्थान के पास में ताजियादारों ने जोर-जोर से ढोल बजाए, जिसका लोगों ने विरोध किया. जिसपर अगले दिन विशेष समुदाय के लोगों ने घरों पर हमला कर दिया. उन पर जमकर पथराव किया. लाठी डंडों से हमला किया और फायरिंग की.


जैसे ही पुलिस को सूचना मिली तो मौके पर एसपी साउथ आईपीएस मानुष पारीक कई थानों की पुलिस के साथ गांव में पहुंचे. इसके बाद दंगाइयों को पुलिस ने खदेड़ दिया और फिर शुरू हो गया दंगाइयों के गिरफ्तारी का दौर. पुलिस ने मौके से ही एक दर्जन दंगाइयों को गिरफ्तार कर लिया.


बरेली में प्लांड तरीके से हुआ दंगा?


पुलिस ने इस मामले में जब गहनता से छानबीन की तो पता चला की शाही में बड़े ही प्लांड तरीके से दंगा कराया गया. वहां पर पहले से शाही थाना क्षेत्र के अलग-अलग गांव से मुस्लिम समुदाय के लोगों को हथियार लेकर बुलाया गया. इसके बाद प्लानिंग के तहत घरों पर हमला बोल दिया गया. गनीमत रही कि वक्त पर पुलिस पहुंच गई वरना उसे दिन पूरे गांव में मातम पसरा होता. पुलिस के पहुंचते ही दंगाई भाग खड़े हुए.


75 दंगाइयों के खिलाफ मुकदमा दर्ज 


पूर्व ग्राम प्रधान हीरालाल की ओर से 50 लोगों को नामजद करते हुए 10-15 अज्ञात के खिलाफ भारतीय दंड संहिता के तहत गंभीर धाराओं में शाही थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया. वहीं इस मामले में पुलिस की ओर से भी 75 दंगाइयों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया. पुलिस के कई टीमें दंगाइयों की गिरफ्तार में लग गई, जिसके बाद पुलिस ने अब तक 37 दंगाइयों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है.


एसपी साउथ ने क्या कहा?


एसपी साउथ मानुष पारीक ने बताया की दो दंगाइयों को पुलिस ने जब घेरा तो उन्होंने पुलिस पर फायरिंग कर दी. इसके बाद पुलिस ने भी फायरिंग की जिसमें दो दंगाइयों को गोली लगी और उन दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस की कार्रवाई से गौसगंज गांव के लोग काफी खुश है. पूर्व प्रधान हीरालाल का कहना है कि अगर उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का राज नहीं होता तो शायद उस दिन हम लोगों का बचना मुश्किल हो जाता, लेकिन पुलिस की मुस्तैदी की वजह से हम सभी गांव वालों की जान बच सकी. वरना दंगाई उस दिन हम सभी को मार डालते.


आईपीएस अधिकारी एसपी साउथ मानुष पारीक ने कहा है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का सख्त निर्देश है कि कानून व्यवस्था में कोई भी खराब करने का प्रयास करेगा तो उसको बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने कहा कि शाही के गौसगंज में खुराफातियों ने माहौल बिगाड़ने की कोशिश की थी, लेकिन उसके बाद पुलिस की तरफ से की गई कार्रवाई अब नजीर बनेगी. अब तक 37 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है और अब इन सभी पर एनएसए की कार्रवाई भी की जाएगी. उन्होंने कहा की हम आस पास के गांव में भी बवाल करने वालो की तलाश कर रहे है. सर्विलांस की मदद भी ली जा रही है.


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