Bareilly: अचानक हुए ब्लास्ट में बाल-बाल बचे योगी सरकार के वन मंत्री अरुण कुमार, दो लोग झुलसे
UP News: डीएम शिवाकांत द्विवेदी ने कहा कि इस मामले में कहीं ना कहीं लापरवाही बरती गई है. किसी भी वीआईपी को बुलाने से पहले मशीन को चेक किया जाना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं किया गया.
Bareilly News: बरेली (Bareilly) में स्मार्ट सिटी के तहत भूमिगत लाइन के फॉल्ट को चेक करने वाली मशीन के डेमो के दौरान आज एक बड़ा हादसा हो गया. जब इस मशीन का डेमो किया जा रहा था तो उस दौरान अचानक ब्लास्ट हो गया. जिसमें वहां मौजूद वन मंत्री डॉ अरुण कुमार, कमिश्नर सौम्या अग्रवाल समेत तमाम आला अधिकारी बाल बाल बच गए. हादसे में दो लोग झुलस गए, जिनको निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. वहीं बरेली के डीएम शिवाकांत द्विवेदी ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं. तो वन मंत्री ने भी इस पर नाराजगी जाहिर की है.
दरअसल, स्मार्ट सिटी द्वारा शहर में बिजली विभाग की लाइनें भूमिगत डाली जा रही है. जिसमें अगर भूमिगत लाइन में फॉल्ट हो जाए तो उसको मशीन द्वारा चेक किया जाता है. जिसके उद्घाटन के लिए आज वन मंत्री डॉ अरुण कुमार को बुलाया गया था. इस दौरान वहां पर कमिश्नर सौम्या अग्रवाल, नगर आयुक्त निधि गुप्ता, डीएम शिवाकांत द्विवेदी समेत तमाम आला अधिकारी मौजूद थे. इस दौरान भूमिगत लाइन को चेक करने के लिए मशीन का डेमो किया गया. इस दौरान अचानक ब्लास्ट हो गया. ब्लास्ट होते ही वहां पर हड़कंप मच गया. वहीं इस हादसे में वन मंत्री डॉ अरुण कुमार और कमिश्नर सौम्या अग्रवाल, डीएम शिवाकांत द्विवेदी, नगर आयुक्त निधि गुप्ता बाल बाल बच गईं. लाइनमैन और वन मंत्री के साथ आया एक शख्स झुलस गया. दोनों को आनन-फानन में निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. वही वन मंत्री ने इस मामले में नाराजगी जाहिर की है.
इस मामले में कहीं ना कहीं लापरवाही बरती गई है- डीएम
बरेली के डीएम शिवाकांत द्विवेदी ने बताया कि शहर कोतवाली थाना क्षेत्र के रामपुर गार्डन में भूमिगत लाइन के फॉल्ट को चेक करने वाली मशीन का डेमो किया जा रहा था. इस दौरान अचानक वहां पर धमाका हुआ जिससे लाइनमैन और मंत्री के साथ आया एक शख्स झुलस गया. जिन्हें निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उन्होंने कहा कि इस मामले में कहीं ना कहीं लापरवाही बरती गई है. किसी भी वीआईपी को बुलाने से पहले मशीन को चेक किया जाना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं किया गया. उन्होंने बताया कि इस मामले की जांच के लिए कमेटी का गठन किया गया है जो पूरे मामले की जांच करेगी.