Barkot News: यमुनोत्री धाम (Yamunotri Dham) की यात्रा में मानसून की वापसी के बाद श्रद्धालुओं की संख्या में अब हर रोज इजाफा देखने को मिल रहा है. श्रद्धालु अब बड़ी तादाद में यमुनोत्री धाम का रुख करने लगे है लेकिन पालिगाड से जानकीचट्टी होते हुए मां यमुना के शीतकालीन प्रवास खरशाली गांव और हेलीपैड को जोड़ने वाला मोटरमार्ग काफी डेंजर बना हुआ है. स्यानाचट्टी से फूलचट्टी तक राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच 94 का करीब 25 किमी मार्ग गड्डों में तब्दील हो रखा है तो मां यमुना के शीतकालीन प्रवास को जाने वाला मोटरमार्ग दो जगहों से क्षतिग्रस्त होकर डेंजर बना हुआ है जिससे वाहनों की आवाजाही में भी काफी दिक्कतें पेश आ रही है.
श्रद्धालुओं की संख्या में आया इजाफा
बता दें कि 26 अक्टूबर को मां यमुना के कपाट बंद होने का दिन नियत है, उससे पहले देश-विदेश के आम श्रद्धालुओं में यमुनोत्री धाम के दर्शन के लिए बड़ी संख्या बढ़ती जा रही है लेकिन मोटर मार्ग क्षतिग्रस्त होने से बस और बड़े वाहनों की आवाजाही थमी हुयी है. इतना ही नहीं तीर्थयात्रियों की एक बस खरशाली की ओर फंसी हुई है. राष्ट्रीय राजमार्ग पर तो वाहन हिचकोले के साथ आवाजाही को मजबूर है. कई वाहनों को भारी नुकसान भी पहुंच रहा है जिसमें मुख्यतर स्यानाचट्टी से फूलचट्टी के बीच गड्डों वाली सड़क का रूप हो गया है.
हजारों की संख्या में पहुंच रहे तीर्थयात्री
स्थानीय लोगों का कहना है कि यमुनोत्री धाम के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला शुरू हो गया है. हर रोज हजारों की संख्या में तीर्थयात्री यमुनोत्री धाम पहुंच रहे हैं. वहीं एनएच अधिशासी अभियंता की माने तो पाली गाद से फुल चट्टी तक ऑल वेदर की प्रोसेस के चलते कोई कार्य नहीं हो पा रहा है जिससे धन अभाव में सड़क का मरम्मत कार्य भी नहीं कराया जा पा रहा है.
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