Varanasi News: BHU के लिए खास है बसंत पंचमी का पर्व, सभी संकाय और संस्थानों से निकाली जाएगी झांकियां
UP News: आज देश भर में बसंत पंचमी का पर्व मनाया जा रहा है. बसंत पंचमी की तिथि पर 1916 में काशी हिंदू विश्वविद्याय की स्थापना हुई थी. बीएचयू की दुनिया सर्व विद्या की राजधानी के रूप में पहचान है.
Varanasi News: देश सहित पूरी दुनिया में सर्व विद्या की राजधानी के रूप में पहचाने जाने वाले काशी हिंदू विश्वविद्यालय ( BHU) के लिए आज का दिन बेहद महत्वपूर्ण है. भारत रत्न महामना पंडित मदन मोहन मालवीय ने बसंत पंचमी तिथि पर 1916 में BHU की स्थापना की थी और आज 14 फरवरी को पूरे देश में धूमधाम से बसंत पंचमी का पर्व मनाया जा रहा है.
इस अवसर पर काशी हिंदू विश्वविद्यालय के भी सभी संकाय और संस्थानों में स्थापना दिवस पर हवन पूजन और अनेक सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाने की तैयारी है. BHU परिसर की बनावट हो, यहां के सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजन, परिसर में स्थित ऊंचा काशी विश्वनाथ मंदिर साथ ही छात्र-छात्राओं द्वारा कुशल व्यवहार और विश्वविद्यालय के अनुकूल माहौल की वजह से BHU पूरे देश में शिक्षा के साथ-साथ भारतीय संस्कृति की पहचान के रूप में भी जाना जाता हैं.
BHU का 109 वां स्थापना दिवस आज
आज पूरे देश में बसंत पंचमी का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है. 1916 में बसंत पंचमी की तिथि के दिन ही काशी हिंदू विश्वविद्यालय की स्थापना हुई थी. इस प्रमुख तिथि पर विश्वविद्यालय परिवार से जुड़ा हर सदस्य काफी उत्साहित रहता है. छात्र, शिक्षक व विश्वविद्यालय के सभी कर्मचारी अलग-अलग संकाय और संस्थानों में हवन पूजन में शामिल होते हैं. माता सरस्वती की आराधना करते हैं.
इसके अलावा सभी संकाय और संस्थाओं से छात्रों द्वारा अनुपम झांकियां निकाली जाती है. इस दौरान सभी छात्र और छात्राएं पारंपरिक पोशाक में होते हैं. पूरे परिसर को झालरों और फूल मालाओं से सजाया जाता है. इस दिन देर शाम तक छात्र-छात्राओं द्वारा अलग-अलग कार्यक्रम के माध्यम से पूरे उत्साह और उमंग के साथ यह प्रमुख तिथि मनाई जाती है.
धूमधाम से स्थापना दिवस मनाते हैं छात्र
BHU में आज धूमधाम से स्थापना दिवस मनाया जाएगा. काशी हिंदू विश्वविद्यालय के अलग-अलग संकाय और संस्थानों में हवन पूजन कार्यक्रम के साथ-साथ छात्रों द्वारा आकर्षक झांकियां निकाली जाएगी . छात्रों का संस्थान के प्रति एक गहरा लगाव देखा जाता है, विशेष तौर पर वर्तमान छात्र के साथ-साथ पूर्व छात्र भी इस आयोजन में जुड़ते हैं. वसंत पंचमी के दिन विश्वविद्यालय का एक अलग ही माहौल देखा जाता है. सुबह से देर रात तक परिसर में चहल-पहल रहती है. सभी छात्र व शिक्षक एक दूसरे को मिलकर आज के दिन स्थापना दिवस की बधाई देते हैं.
ये भी पढ़ें: BJP में शामिल हुए विभाकर शास्त्री तो RLD ने ली कांग्रेस की चुटकी, कहा- अब सिर्फ...