बलरामपुर की सीमा से सटे जनपद सिद्धार्थनगर के कटान प्रभावित गांव का दौरा कर लौट रहे बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी उतरौला के एक निजी होटल पहुंचे. यहां उनका युवा नेता गौरव दुबे व युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं के द्वारा उनका स्वागत किया गया. शिक्षा मंत्री ने मीडिया से भी रूबरू हुए और तीखे सवालों का सीधा जवाब दिया.
मीडिया द्वारा शिक्षामित्रों के प्रश्न का जवाब देते हुए बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी ने कहा कि पूर्व की एसपी सरकार की गलत नीतियों के कारण शिक्षामित्रों का समायोजन सुप्रीम कोर्ट ने निरस्त कर दिया था. साथ ही जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में बीजेपी सरकार बनी तो हमारी सरकार में शिक्षामित्रों का वेतन 3 गुना बढ़ाकर 10 हजार कर दिया.
विद्यालयों में खर्च किए गए सारे पैसे का हिसाब है- मंत्री
शिक्षामित्रों के अन्य समस्याओं के समाधान के लिए शासन स्तर पर विचार विमर्श चल रहा है. वहीं विद्यालयों के कायाकल्प के लिए आए पैसे को लेकर सवाल किया गया तो मंत्री सतीश द्विवेदी ने कहा की विद्यालयों में खर्च किए गए सारे पैसे का हिसाब है अगर कहीं भी कोई शिकायत आती है तो उस पर कार्रवाई की जाएगी.
वहीं जब मंत्री जी से उनके भाई के नियुक्ति को लेकर सवाल किया गया तो मंत्री जी ने गोलमाल जवाब देते हुए कहा कि राजनीतिक परिवार का यह संकट है. मीडिया में कई बार किसी की प्रतिष्ठा की चिंता किए बगैर बिना तथ्यों के जानकारी के मामले को उछाल देते हैं तो कई बार परिवार व्यथित होता है. साथ ही जब राजनीतिक परिवार के लोगों को लगता है कि किसी प्रकरण के कारण समाज में चर्चा हो रही है तो राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप चल रहे हो तो इसलिए उनका अपना निर्णय था उन्होंने इस्तीफा दे दिया.
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