Basti News: उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं का क्या हाल है इसका एक नजारा बस्ती के सीएचसी में देखने को मिला, जहां मरीजों का इलाज भगवान भरोसे हो रहा है. यहां सुरेंद्र नाम का एक शख्स सड़क हादसे में घायल हो गया था. बीती रात 11 बजे परिजन उसे कुदरहा सीएचसी लेकर पहुंचे, लेकिन अस्पताल में डॉक्टर मिलना तो दूर, दूसरा स्टाफ भी नदारद मिला, घायल युवक अस्पताल के फर्श पर पड़ा-पड़ा तड़पता रहा, लेकिन घंटों बाद भी कोई डॉक्टर वहां नहीं पहुंचा, जिसके बाद परिजन थक हारकर उसे जिला अस्पताल ले गए. 


कुदरसा सीएचसी में डॉक्टर तो दूर कोई स्टाफ भी नहीं था. रात के 11 बजे तक सब सीएचसी से नदारद दिख रहे थे, ऐसे में एक्सीडेंट में घायल युवक बुरी तरह दर्द से कराह रहा था लेकिन उसे कोई देखने वाला नहीं था. काफी इंतजार के बाद भी जब वहां कोई नहीं पहुंचा तो परिजन उसे जिला अस्पताल ले गए तब कहीं जाकर उसे इलाज मिल सका. इस घटना का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. 


फर्श पर पड़ा तड़पता रहा मरीज


वीडियो में देखा जा सकता है कि घायल युवक फर्श पर पड़ा है उस को पूछने वाला कोई नहीं है. पूरे अस्पताल से स्टाफ नदारद हैं, ऐसे में आप अंदाजा लगा सकते हैं कि ग्रामीण इलाकों में अगर आप को अचानक इमरजेंसी में इलाज कराना हो भगवान ही मालिक है. इस मामले पर सीएमओ डॉक्टर आरपी मिश्रा ने कहा डॉक्टरों को सीएचसी पर रात्रि निवास करने का आदेश है, पूरे मामले पर जांच के आदेश दिए गए हैं, अस्पताल में किस डॉक्टर की ड्यूटी थी उसकी जांच की जा रही है. जांच रिपोर्ट आने के बाद सख्त कार्रवाई की जाएगी. 


यूपी सरकार स्वास्थ्य विभाग को बेहतर करने का दावा कर रही है लेकिन आज भी कई अस्पतालों की हालत में सुधार नहीं हो पाया है. आलम ये है कि अस्पतालों का ये हाल सरकार की मंशा पर पानी फेर रहा है. शासन का आदेश है कि डॉक्टर अस्पतालों पर रात्रि निवास करेंगे ताकि किसी मरीज को इमरजेंसी में इलाज को असुविधा न हो, लेकिन जिस तरह से अस्पताल में डॉक्टर नदारद रहते है उस से अंदाजा लगा सकते हैं की स्वास्थ्य सुविधाएं भगवान भरोसे चल रही हैं. 


ये भी पढ़ें- Loksabha Election 2024 से पहले पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत को मिली बड़ी जिम्मेदारी, जानें- क्या है प्लान?