Basti: सावन (Sawan) में तीनों लोकों के स्वामी भगवान शिव (Lord Shiva) को मृत बताकर, उनकी पत्नी माता पार्वती, पुत्र भगवान श्री गणेश और कार्तिक के नाम वरासत को लेकर एक अनोखा मामला सामने आया है. उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के हर्रैया तहसील (Harraiya) में तीन लोक के स्वामी भगवान शिव शक्ति के उत्तराधिकारियों ने वरासत के लिए आवेदन किया है. वरासत ये अनोखा मामला देख कर अधिकारियों के भी पसीने छूट गए. सावन के पवित्र महीने में भगवान का वरासत कराने को लेकर किया गया ये आवेदन पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गया है. 


दरअसल ये पूरा मामला हर्रैया तहसील के विकासखंड विक्रमजोत अंतर्गत अकवारा गांव के गाटा संख्या 99 व खतौनी/ खाता संख्या 200 में भगवान शिव शक्ति को मृतक बताकर वरासत के लिए आवेदन किया गया है. आवेदन को देखकर अधिकारियों में हड़कंप मच गया, इसको लेकर क्षेत्र के ग्रामीणों के बीच ये एक कौतूहल का विषय बन गया है. हालांकि कई लोग इसे टोना टोटका मान रहे हैं.


वरासत के आवेदन में शिव शक्ति की मृत्यु डेट 13 जुलाई 1900 है दर्ज


जिले के ग्राम पंचायत अकवारा के आवेदनकर्ता शिव देव दानी ने माता पार्वती पत्नी जय भोले बाबा शंकर, श्री गणेश पुत्र शिव शंकर और कार्तिक पुत्र ॐ नमः शिवाय निवासीगण लेखपाल की सुरक्षा में, नाम और पते से वरासत कराने का आवेदन किया गया है. वरासत के लिए ये आवेदन 13 जुलाई 2023 को किया गया है. वरासत के लिए दिये गए इस आवेदन में शिव शक्ति की मृत्यु का डेट 13 जुलाई 1900 दिखाया है. 


वरासत को लेकर लेखपाल ने क्या कहा?


ये अनोखा वरासत आवेदन एसडीएम के यहां से फारवर्ड होकर लेखपाल के पोर्टल पर रिपोर्ट लगाने के लिए आया है. इस संबंध में लेखपाल प्रभात यादव ने बताया कि जिस गाटे के लिए वरासत का आवेदन किया गया है, वह गाटा गांव के खतौनी में आम रास्ता दर्ज है. इस मामले में आवेदक ने राजस्व संहिता की धारा 33 (1) के अंतर्गत आवेदन किया है.


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