Basti News: सपा विधायक के घर से पुलिस रेड में छुड़ाए गए थे बहादुरपुर ब्लॉक के प्रमुख, अब BJP सांसद ने रखी ये मांग
कल सपा के बस्ती सदर सीट के विधायक महेंद्र नाथ यादव के घर में बंधक बने बहादुरपुर ब्लॉक के प्रमुख रामकुमार को आठ थाने की पुलिस ने छापा मारकर बरामद किया.
UP News: बस्ती (Basti) जनपद में इस समय सपा के नवनिर्वाचित विधायक और बीजेपी (BJP) के सांसद के बीच जंग छिड़ गई है. बीजेपी नेता सपा को घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ना चाह रहे हैं. कल सपा के बस्ती सदर सीट के विधायक महेंद्र नाथ यादव के घर में बंधक बने बहादुरपुर ब्लॉक (Bahadurpur Block) के प्रमुख रामकुमार को आठ थाने की पुलिस (Police) ने छापा मारकर बरामद किया. इस पुलिसिया कार्रवाई के बाद अब सांसद और राष्ट्रीय मंत्री हरीश द्विवेदी खुलकर सामने आ गए हैं. वे सपा विधायक को जेल भेजने तक की मांग कर रहे हैं.
क्या है सांसद की मांग
सांसद हरीश द्विवेदी ने मीडिया में आकर बयान दिया है कि ब्लॉक प्रमुख रामकुमार को उनके परिवार सहित बंधक बनाया गया था. जिन्हें पुलिस ने सपा विधायक महेंद्र यादव के घर से बरामद किया. इस मामले में कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए और जो भी कानून का मखौल उड़ाएगा उसे अब योगी सरकार में बख्शा नहीं जाएगा. सांसद हरीश ने मांग है कि बस्ती पुलिस सपा विधायक को तत्काल गिरफ्तार कर जेल भेजे.
पाला बदला कर सपा में हुए शामिल
दरअसल, जिस ब्लॉक प्रमुख को लेकर सपाइयों और भाजपाइयों के बीच जनपद में घमासान मचा हुआ है, वो दरअसल बीजेपी के समर्थन से पहले चुनाव जीते. फिर कुछ ही दिन बीते थे ब्लॉक प्रमुख रामकुमार सपा के नवनिर्वाचित विधायक और जिला अध्यक्ष महेंद्र नाथ यादव के पाले में जा बैठे. बकायदा उन्होंने सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के पास जाकर सपा ज्वाइन भी कर ली. फिर वे डीएम बस्ती के स्टेनो के पास खुद पहुंचे, पत्र देकर जिला अध्यक्ष महेंद्र यादव को अपना प्रतिनिधि चुना. इसके बाद से बीजेपी नेताओं में खलबली मची हुई थी. कैसे उनके समर्थक को सपा ने तोड़ कर अपने में मिला लिया.
कैसे मिली जानकारी
ब्लॉक प्रमुख फिर भटक कर बीजेपी नेताओं के साथ न चले जाए तो उन्हें नवनिर्वाचित विधायक महेंद्र यादव ने अपने साथ रखना मुनासिब समझा. पिछले छह महीने से प्रमुख रामकुमार और उनकी पत्नी सहित चार छोटे बच्चे भी साथ रहने लगे. फिर योगी सरकार रिपीट हुई, बीजेपी सत्ता में आ गई, तो बेचारे सपा के विधायक आखिर कैसे अपनी मनमानी कर पाते. सांसद हरीश द्विवेदी के प्रतिनिधि केके दुबे से किसी तरह फोन प्राप्त कर प्रमुख रामकुमार ने बात की और खुद को सपा विधायक के घर से छुड़ाने की गुहार लगाई. फिर क्या था, बड़े अफसरों के फोन घनघनाने लगे, कलवारी थाने में सपा विधायक महेंद्र यादव के खिलाफ अपहरण का मुकदमा दर्ज हुआ.
पुलिस को सौंपा
पुख्ता जानकारी लेकर पुलिस शाम विधायक के घर आ धमकी. विधायक से ब्लॉक प्रमुख को छोड़ने की बात कही, कुछ देर बाद प्रमुख पुलिस के हाथो में थे. जब वो कोतवाली पहुंचे तो बीजेपी नेताओं ने उन्हें अपना बना लिया. सोशल मीडिया पर सपा नेताओं को घेरने का दौर शुरू हो गया. ब्लॉक प्रमुख रामकुमार इस समय सांसद हरीश द्विवेदी के प्रतिनिधि केके दुबे के आवास में बकायदा पुलिस अभिरक्षा में हैं. ब्लॉक प्रमुख का यह लालच ही है कि जो वो खुद अपने वजूद को पहचानने के बजाए मठाधीश नेताओं के हाथ की कठपुतली बने हुए हैं. या यूं कहे रामकुमार सपा और बीजेपी की राजनीति का शिकार हो गए हैं.
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