Basti News: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति को बस्ती जनपद के अधिकारी सरेआम चुनौती दे रहे हैं और बिना किसी डर के वे सरकारी कार्य के बदले रिश्वत ले रहे हैं. बस्ती विकास प्राधिकरण के भ्रष्ट जेई का 80000 रिश्वत लेते हुए वीडियो वायरल होने के बाद अब सवाल खड़े होने लगे हैं. डीएम प्रियंका निरंजन ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए आरोपी जेई को पीडब्ल्यूडी में अटैच कर दिया है और निलंबन के लिए पत्र लिखा है. 


दरअसल बस्ती विकास प्राधिकरण के जेई कृष्ण गोपाल चौधरी ने नक्शा पास करवाने के नाम पर एक व्यापारी से 10 या 20 नहीं बल्कि 80 हजार रुपये की घूस मांगी थी, तभी उनका वीडियो किसी ने मोबाइल में रिकॉर्ड कर लिया जो अब सोशल मीडिया पर सुर्खियां बटोर रहा है. बस्ती विकास प्राधिकरण में तैनात जेई कृष्ण गोपाल चौधरी पर आरोप है कि उन्होंने एक व्यापारी से नक्शा पास करने के बदले 2 लाख के रिश्वत मांगी, जिसके बाद दोनों के बीच 80 हजार रुपये में बात तय हो गई. इसके बाद व्यापारी ने जेई को रिश्वत देने के लिए बुलाया तो पैसे का लेन देन करते हुए वीडियो भी बना लिया. 


रिश्वत लेते रंगे हाथ वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासन हरकत में आया और डीएम प्रियंका निरंजन ने तत्काल कार्रवाई करते हुए घूसखोर जेई कृष्ण गोपाल चौधरी को पीडब्ल्यूडी में अटैच कर दिया और उसके सस्पेंशन के लिए शासन में पत्र भी लिखा है. 


बस्ती प्राधिकरण में भ्रष्टाचार का बोलबाला


बस्ती विकास प्राधिकरण खुशखबरी के मामले में पहले से ही बदनाम है. जब से विकास प्राधिकरण का गठन हुआ है तब से यहां तैनात अधिकारी से लेकर कर्मचारी तक नक्शा बनवाने के लिए आने वाले हर तबके के लोगों का आर्थिक शोषण किया जा रहा है. बीडीए में बिना घूस लिए किसी का भी नक्शा पास नहीं होता है. अपने पुराने घर में ही अगर कोई एक ईंट भी रख लेता है तो बीडीए के यही घूसखोर अधिकारी उसका निर्माण रोककर उसे वसूली करते है. मगर इस बार दांव उल्टा पड़ गया और भ्रष्टाचारी का असली चेहरा बेनकाब होकर सबके सामने आ गया. 


ये भी पढ़ें- Gyanvapi News: ज्ञानवापी मस्जिद के तहखाने में पहुंची ASI टीम, हिंदू पक्ष का दावा- 4 फीट की मूर्ति, कलश और त्रिशूल मिला