Basti News: बस्ती जनपद के जिला पंचायत अध्यक्ष संजय चौधरी के खिलाफ आज अचानक से उनके ही सदस्यों ने विरोध करते हुए मोर्चा खोल दिया और प्रस्तावित जिला पंचायत की बैठक में शामिल होने नहीं गए. जिसके बाद जिला पंचायत के सभागार में आयोजित बोर्ड की बैठक को अपरिहार्य कारणों से स्थगित कर दिया गया. बोर्ड मीटिंग के कैंसिल होते ही हंगामा मच गया और अटकलें लगाई जाने लगी कि जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी खतरे में आ गई है.
बागी सदस्यों ने तो यह तक कह दिया कि जिला पंचायत अध्यक्ष अब अल्पमत में है और अब अगली बैठक से पहले तय होगा कि जिला पंचायत का प्रतिनिधित्व कौन करेगा.जिला पंचायत सदस्य और भाजपा नेता गिल्लम चौधरी, जिला पंचायत प्रतिनिधि विद्यामणि सिंह राणा दिग्विजय सिंह सहित तमाम जिला पंचायत सदस्यों ने बागी तेवर दिखाते हुए ऐलान कर दिया है कि जिला पंचायत अध्यक्ष की भूमिका सरकार को धूमिल करने वाली है इसलिए अब सदस्य मिलकर विकास कार्यों को पास करेंगे.
मीटिंग में कई सदस्य नहीं पहुंचे
जिला पंचायत के सभागार में जिला पंचायत बोर्ड की मीटिंग होनी थी. इस मीटिंग में जिले के सभी 43 जिला पंचायत सदस्य और विधायक व सांसद को सम्मिलित होना था मगर सभागार के अंदर दोपहर 12 बजे तक कुछ ही सदस्य पहुंचे. इसके बाद यह सुगबुगाहट तेज होने लगी कि जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर खतरा मंडरा रहा है. जिला पंचायत सदस्य और भाजपा नेता गिल्लम चौधरी की आवास पर दावा किया गया कि बीजेपी के 29 जिला पंचायत सदस्य अपने ही अध्यक्ष के खिलाफ बागी होकर बैठक कर रहे हैं. जिसमें या रणनीति बनाई जा रही है कि अब इलाकों में होने वाले विकास के कार्य का निर्णय सदस्य खुद मिलकर करेंगे.
जिला पंचायत पर भ्रष्टाचार का आरोप
भाजपा पिछड़ा मोर्चा के क्षेत्रीय संयोजक और जिला पंचायत अध्यक्ष संजय चौधरी के खिलाफ बगावत का बिल्कुल फूंकते हुए 29 जिला पंचायत सदस्यों ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से जिला पंचायत में भ्रष्टाचार का खेल चल रहा है. जिला पंचायत के अध्यक्ष संजय चौधरी सदस्यों के प्रस्ताव पर विचार करने के बजाय अपनी कहते ठेकेदारों के कहने पर कार्यों की रूपरेखा बना रहे हैं. इसी वजह से जिला पंचायत सदस्यों में भारी आक्रोश है. अब यह तय होगा कि आने वाले बैठक में अध्यक्ष की भूमिका में कौन बैठेगा.
'मेरे खिलाफ साजिश रची जा रही'
संजय चौधरी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि जिले के एक बड़े नेता उनके खिलाफ गहरी साजिश रची जा रही हैं और वे चाहते हैं कि संजय चौधरी उनके सामने झुके मगर वह ऐसा कोई नहीं करेंगे और ना ही किसी के सामने झुकेंगे क्योंकि वह एक नेता है ना कि किसी के पिछलग्गू. संजय चौधरी ने कहा कि उनकी कुर्सी पर कोई खतरा नहीं है और उनके साथ सदस्यों का बहुमत है जो सदस्य आज बागी दिख रहा है वह कल फिर उनके साथ खड़े मिलेंगे. नाराज सदस्यों से वे बैठ कर बात करेंगे और उनकी नाराजगी को दूर करते हुए जिला पंचायत के द्वारा चलाई जा रही विकास कार्यों को आगे बढ़ाएंगे.
'सम्मान से बढ़कर कुछ नहीं'
जिला पंचायत अध्यक्ष संजय चौधरी ने आरोप लगाया कि उनके सदस्य विरोध नहीं कर रहे हैं बल्कि पीछे से जिले के बड़े नेता के इशारे पर उन्हें ऐसा करना पड़ रहा है. संजय चौधरी ने साथ तौर पर ऐलान किया कि इसके पीछे जिन्होंने साजिश की है वे स्पष्ट सुन ले संजय चौधरी झुकने वाले नहीं है क्योंकि मान सम्मान से बढ़कर कुछ नहीं और इसके लिए अगर उनकी कुर्सी जाती भी है तो उसका हमें कोई गम नहीं होगा.
ये भी पढ़ें: सपा के बाद BJP ने BSP सांसद को बनाया प्रत्याशी, बीजेपी की आंधी में भी जीता था चुनाव, लंदन की लड़की से की है शादी