Basti: राशन बांटने पर विवाद के बीच मारपीट, घायल युवक की मौत के बाद मचा हड़कंप
बस्ती में बुधावर को राशन बांटा जा रहा था. इसी दौरान विवाद हो गया और नौबत मारपीट तक आ गई. इस दौरान एक युवक घायल भी हो गया जिसकी बाद में मौत हो गई.
Basti News: राशन वितरण के दौरान रेवटा हरिशरण शुक्ल गांव के कोटेदार के यहां हुई मारपीट में बीच-बचाव करते समय घायल युवक की बुधवार को मौत हो गई. शव घर पहुंचते ही परिजनों ने शव जलाने से इंकार कर दिया. सूचना मिलते ही मौके पर आलाधिकारी और कई थानों की पुलिस भी पहुंचकर समझाने का प्रयास किया. परिजन आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे. अपर पुलिस अधीक्षक दीपेंद्र चौधरी सीओ हर्रैया शेषमणि उपाध्याय व थानाध्यक्ष पैकोलिया प्रदीप सिंह और आसपास के थानों की पुलिस गांव में पहुंच गई और शांति व्यवस्था बनाये रखने में लगी रही.
गेहूं की मांग पर हुआ विवाद
बता दें कि, रेवटा हरिसरन शुक्ल गांव के कोटेदार रामलगन का बेटा रामाशीष 23 जुलाई की सुबह करीब नौ बजे कार्डधारकों को राशन वितरण कर रहा था. तहरीर के मुताबिक उसी दौरान रेवटा खड़गबहादुर शाही गांव के अनिल शुक्ल आए और दो क्विंटल गेहूं की मांग करने लगे. उसके मना करने पर जातिसूचक गालियां देते हुए चले गए. करीब 20 मिनट बाद अपने साथ अंकित, पंकज, दुर्गेश, विपिन, सुनील मिश्र, अरुण दुबे तथा गौर थाना क्षैत्र के पटखौली निवासी राजेश दुबे के साथ आए और लाठी डंडे से पीटने लगे. तभी बीच बचाव में 29 वर्षीय पवन पुत्र राम संवारे गंभीर रुप से घायल हो गए. उनका इलाज मेडिकल कॉलेज लखनऊ में चल रहा था. पुलिस ने कोटेदार रामलगन की तहरीर पर आठ नामजद समेत 12 के खिलाफ मुकदमा कायम किया गया था. बलवा, घर में घुस मारपीट कर बेहोश कर देने, दलित उत्पीड़न एक्ट के तहत मुकदमा पंजीकृत कर विवेचना सीओ हर्रैया को सौंप दिया था.
गांव में तैनात की गई पुलिस टीम
दो दिन बाद अंकित और दुर्गेश को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. अन्य आरोपी पुलिस पकड़ से बाहर हैं. घटना के 12वें दिन बुधवार दोपहर बाद इलाज के दौरान पवन ने दम तोड़ दिया. शव घर पहुंचते ही परिजनों ने शव जलाने से इंकार कर दिया. मौके पर भीम आर्मी के सदस्य भी पहुंच गए. मामला तूल पकड़ता देख आसपास के थानों की पुलिस बुला ली गई. एएसपी ने मौके पर पहुंचकर मामले को सुलझाया और मृतक के परिजनों से बात करके कार्रवाई करने आश्वासन दिया. तब जाकर मृतक के परिजन शव का दाह संस्कार करने को राजी हुए. इससे पहले दलित की मौत की सूचना मिलते ही भीम आर्मी के नेता भी मौके पर पहुंचे और मृतक के परिजनों की तरफ से सरकार से कई मुद्दों पर कार्रवाई की मांग की. फिलहाल अब मामला शांत हो गया है. गांव में एहतियातन पुलिस टीम तैनात कर दिया गया है। इसके अलावा मृतक के परिजनों की मांग को आगे भेज दिया गया है.
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