Basti: पूर्व BJP विधायक रवि सोनकर की दबंगई, गुर्गों की मदद से मिट्टी डालकर सरकारी जमीन पर किया कब्जा
बस्ती में बीजेपी के पूर्व विधायक रवि सोनकर की गुंडागर्दी देखने को मिली है. आरोप है कि पूर्व विधायक ने गुर्गों की मदद से सरकारी जमीन पर कब्जा कर लिया. एसडीएम भानपुर ने जांच के दौरान मामला सही पाया.
Basti Crime News: बस्ती में बीजेपी के पूर्व विधायक से सरकारी जमीन को कब्जा मुक्त करवाने की बहुत बड़ी चुनौती बन गई है. आरोप है कि गुर्गों की मदद से पूर्व विधायक ने बंजर जमीन को रातोंरात जेसीबी और डंपर लगाकर कब्जा कर लिया. दबंगई और सत्ता के दम पर जमीन कब्जाने की रिकॉर्डिंग सीसीटीवी में कैद हो गई है. एसडीएम भानपुर ने जांच के दौरान मामला सही पाया. पूर्व विधायक से सरकारी जमीन को कब्जा मुक्त करवाने का जिला प्रशासन ने प्रयास शुरू कर दिया है.
बीजेपी के पूर्व विधायक की दबंगई
वाल्टरगंज थाना क्षेत्र के लक्ष्मणपुर गांव में बीजेपी नेता और महादेवा विधानसभा सीट से पूर्व विधायक रवि सोनकर की गुंडागर्दी देखने को मिली है. आरोप है कि पूर्व विधायक 40-60 गुर्गों को भेजकर अपने निर्माणाधीन इमारत तक पहुंचने के लिए रातोंरात गड्ढे की जमीन को जबरन मिट्टी डालकर पाट दिया और आने जाने के लिए अवैध रास्ता बना लिया. सेराज नामक गरीब मुस्लिम परिवार गुहार लगाते रहे गए मगर एक न सुनी गई.
गड्ढे की जमीन पर मिट्टी डाल पाटा
पीड़ित सेराज ने बताया कि कब्जा की गई जमीन का गाटा संख्या 300 है. जमीन सरकारी अभिलेखों में गड्ढा और बंजर के नाम पर दर्ज है. निजी हित के लिए बीजेपी नेता रवि सोनकर ने भू माफियाओं से दो कदम आगे निकलते हुए सरकारी जमीन को कब्जा कर लिया. जमीन पर हाईकोर्ट ने पहले से ही रोक लगाई है. एसडीएम ने खुद जमीन पर स्टे ऑर्डर दे रखा है और सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार बंजर जमीन पर कब्जा करना अनुचित है. गड्ढे में गांव के सभी घरों से निकलने वाला पानी आया करता था. मगर पूर्व विधायक ने ग्रामीणों की समस्या की परवाह किए बगैर ही सरकारी जमीन को हथिया लिया.
एसडीएम ने आरोप को पाया सही
एडीएम कमलेश चंद्र ने बताया कि एसडीएम भानपुर गिरीश कुमार को कार्रवाई का निर्देश दिया गया है. एसडीएम ने खुद मौके पर जाकर जांच पड़ताल की और आरोप को सही पाया. अब जिला प्रशासन सरकारी जमीन से कब्जे को हटाने की कार्रवाई में जुट गया है. एसडीएम ने पीड़ित सेराज और ग्रामीणों से बात कर आश्वस्त किया है कि मामले में इंसाफ होगा और दोषी कर्मियों को भी नहीं छोड़ा जाएगा.