बस्ती में सरकारी योजना में कमीशनखोरी का खेल, गरीब बेटियों को बांटे गए नकली उपहार
Mukhyamantri Samuhik Vivah Yojana in Basti: बस्ती में सीएम सामूहिक योजना के तहत आज कई युवतियों की शादी कराई गई. इस दौरान सरकारी योजना के तहत दिए जाने वाले उपहरों की गुणवत्ता देख उनके होश उड़ गए.
Basti News Today: कमीशनखोरी की इंतहा देखनी हो तो बस्ती में आयोजित मुख्यमंत्री शादी समारोह में आइए, जहां सरकार की तरफ से कराई जा रही गरीब बहनों की शादी में ऐसा खेल रचा गया जिसकी गूंज यकीनन बस्ती से लखनऊ तक जाएगी. सरकार गरीब बेटियों की शादी के लिए करोड़ों रुपये खर्च कर रही, लेकिन इससे जुड़े अधिकारी और ठेकेदार कमीशन के चक्कर में बेटियों के हक पर डाका डालने से गुरेज नहीं करते हैं.
दरअसल, उत्तर प्रदेश के बस्ती में सामूहिक विवाह में सरकारी योजनाओं में कमीशनखोरी का हैरान करने वाला मामला सामने आया है. बस्ती में मंगलवार (26 नवंबर) को मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह का आयोजन हुआ, जिसमें 543 गरीब बेटियों की शादी कराई गई. आरोप है कि इस दौरान शादी में बुलाई गई बेटियों को उपहार के तौर पर नकली सामान बांट दिए गए.
शादी के दौरान जब बेटियों को समाज कल्याण विभाग की तरफ से उपहार में दिए वाले समान को दुल्हन- दूल्हे सहित उनके परिवार के लोगों ने देखा तो उनके होश उड़ गए. नियम और मानकों धज्जियां उड़ाते हुए इन परिवारों की गरीबी का जमकर मजाक बनाया गया.
बहनों की दिया जा रहा नकली सामान
सरकार की तरफ से दिए गए आभूषण में नकली पायल, श्रृंगार में मिलने वाले सामनों में नकली कुकर, लिपस्टिक, शीशा, बर्तन सहित घटिया गुणवत्ता की साड़ी दी गई. इस योजना के तहत सरकार की तरफ से मिली राशि का समाज कल्याण अधिकारी और ठेकेदार ने मिलकर का बंदरबांट कर लिया.
इस बात की खबर जैसे ही हिन्दू संगठनों को लगी तो वे मौके पर पहुंच गए. विश्व हिंदू महासंघ के जिला अध्यक्ष दल बल के साथ मौके पर पहुंचे, जहां उन्होंने समाज कल्याण विभाग के जरिये दिए जा रहे उपहार की जांच की तो देखा करीब सभी समान नकली निकले है. यहां तक कि पायल भी नकली थमा दिया गया. इसके बाद हंगामा हो गया और कई दुल्हनों ने इसका विरोध किया.
योजना के तहत मिलती ये चीजें
शासन के नियम मुताबिक, मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में ऐसी परिवार की बेटियों को चुना जाता है जो बेहद गरीब हैं और शादी का खर्च नहीं उठा सकता. सरकार की तरफ से उन्हें उपहार के साथ 51 हजार रुपये जीवन यापन के लिए मिलते है.
उपहार में ISI रजिस्टर्ड आभूषण, कुकर, श्रृंगार के समान, साड़ी जिसकी लंबाई 5 मीटर से कम न हो, सहित अन्य सामान दिए जाते है. मगर कमीशनखोरी के चक्कर में ठेकेदार और अधिकारी मिलकर सामनों की क्वालिटी कम कर देते हैं, जिससे कमीशन का पैसा उनकी जेब में आ सके.
हिंदू महासंघ ने की ये मांग
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में की जा रही कमीशनखोरी का पर्दाफाश करने वाले विश्व हिंदू महासंघ के जिला अध्यक्ष और महामंत्री ने कहा कि गरीब बेटियों की गरीबी का मजाक बनाया जा रहा, सरकार की तरफ से उपहार में मिलने वाले सामनों में जमकर भ्रष्टाचार किया गया और उन्हें नकली सामान दे दिए गए.
विश्व हिंदू महासंघ के जिला अध्यक्ष ने मांग की है कि इस प्रकरण की जांच कराने की मांग की है. उन्होंने कमीशन खाने वाले समाज कल्याण अधिकारी और जिम्मेदार फर्म के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की भी मांग की है.
डीएम ने दिया कार्रवाई का आश्वासन
बस्ती जिला अधिकारी रवीश कुमार गुप्ता से जब इस पूरे प्रकरण की शिकायत की गई तो उन्होंने कहा कि बेटियों को अगर घटिया गुणवत्ता का सामान दिया गया है तो उसकी जांच कराकर कार्यवाही की जाएगी. डीएम रवीश कुमार समाज कल्याण अधिकारी की इस कारगुजारी से नाराज नजर आए और तत्काल जांच कराकर कार्यवाही करने की बात कही.
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