Basti News: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में कहा था कि बहन बेटियों की सुरक्षा सरकार की प्राथमिकता में है और जो भी हमारी बहन बेटियों के साथ गलत करेगा उसके साथ सद्भावना नहीं बुलेट ट्रेन जैसा व्यवहार होगा. मगर लगता है मुख्यमंत्री योगी का यह फरमान बस्ती पुलिस के लिए कोई मायने नहीं रखता तभी तो गैंगरेप की शिकार एक बेटी के आरोपियों पर कार्रवाई करने के बजाय थाने में पीड़िता को ही लात से मारा गया और बेइज्जत करके भगा दिया गया. फिलहाल इस मामले में पुलिस उपमहानिरीक्षक आरके भारद्वाज ने संबंधित अधिकारियों को फटकार लगाई और तत्काल कार्रवाई करने का निर्देश दिया है.


यह पूरा मामला लालगंज थाना क्षेत्र के गांव का है जहां एक नाबालिग बेटी के पिता ने पुलिस को दिए शिकायती पत्र में बताया कि उनकी बेटी के साथ गांव के कुछ दबंगों ने दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया और जब वे कार्रवाई के लिए थाने पर पहुंचे तो उनकी बेटी को कमरे में ले जाकर महिला पुलिसकर्मी ने थानेदार के कहने पर लात और थप्पड़ मारा. पीड़ित बेटी के पिता का कहना है कि 29 जुलाई की रात में बिस्तर पर सो रही उनकी नाबालिग बेटी को चाकू की नोक पर गांव का ही एक युवक दबोच ले गया और उसके साथ इस घटना में 5 से 6 लोग और भी शामिल थे. यह लोग घर से कुछ दूरी पर एक चार पहिया वाहन से उनकी बेटी को अगवा कर ले गए और दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया. इसके बाद उनकी बेटी को मरणासन्न हालत में गांव के बाहर फेंक कर सभी आरोपी फरार हो गए, सुबह जब ग्रामीणों ने उनकी बेटी को देखा तो पुलिस को बुलाया और तब पीड़ित बेटी को लेकर डायल 112 से लालगंज थाने ले जाया गया.


वहीं लालगंज थाने में पहुंचने के बाद पीड़ित बेटी के साथ इंसाफ की बात कौन कहे थाना अध्यक्ष सुनील गौड़ की तानाशाही ऐसी की दर्द से कराह रही बेटी के साथ थाने में और मारपीट की गई. थानेदार के कहने पर महिला सिपाही ने एक कमरे में ले जाकर पीड़ित बेटी को लात और थप्पड़ों से खूब मारा और कहा कि तुम झूठा आरोप लगा रही हो पढ़ने लिखने वाले लड़कों को फंसाना चाहती हो. पुलिस की तरफ से धमकी दी गई की अगर कहीं उच्च अधिकारियों से शिकायत किया तो अंजाम अच्छा नहीं होगा. थक हार कर पीड़ित माता-पिता अपनी बेटी को इंसाफ दिलाने के लिए पुलिस उपमहानिरीक्षक आर के भारद्वाज से मिलकर पूरी आप बीती सुनाई जिसके बाद आईजी अपनी ही पुलिस की कार्यशैली से काफी नाराज हुए और संबंधित अधिकारियों को जमकर फटकार लगाते हुए कहा कि तत्काल इस मामले में कार्रवाई करें.


फिलहाल इस पूरे मामले को लेकर जब थाना अध्यक्ष सुनील गौड़ से बात की तो उसने बताया कि उनके संज्ञान में मामला आया था मगर पीड़ित लड़की जो कह रही है वह सही नहीं है. उन्होंने अपने महिला सिपाही से इसकी जांच करवाई है. वहीं आईजी आरके भारद्वाज की फटकार के बाद लालगंज थाने की पुलिस हरकत में आई है और अब इस पूरे मामले को लेकर आनन फानन में विधिक कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू हो गई है.


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