UP Election 2022: बस्ती में और बढ़ी चुनावी सरगर्मी, हरैया में BJP-BSP प्रत्याशियों में शुरू हुई जुबानी जंग, लगाए ये आरोप
UP Assembly Election 2022: पूर्व मंत्री और बसपा प्रत्याशी राजकिशोर ने वोटरों से कहा कि अगर कोई उन्हें किसी प्रकार का कोई प्रलोभन देता है तो लेने में संकोच मत करें लेकिन वोट विकास को सोचकर दीजिए.

UP Assembly Election 2022: उत्तर प्रदेश का विधानसभा चुनाव अब अपने पूरे शबाब पर पहुंच चुका है. बस्ती (Basti)की हरैया विधानसभा (Haraiya assembly) की बात करें तो पूर्व मंत्री और बसपा प्रत्याशी राजकिशोर सिंह के लिए इस बार का चुनाव अपनी साख बचाने का चुनाव साबित हो रहा है. वर्तमान विधायक और बीजेपी के उम्मीदवार अजय सिंह ने सोशल मीडिया पर आकर साफ ऐलान कर दिया है कि पूर्व मंत्री राजकिशोर ने हरैया पर 15 साल राज किया, तीन बार विधायक रहे और तीन बार मंत्री भी, इसके बावजूद उनके कार्यकाल का पांच साल पूर्व मंत्री राजकिशोर सिंह के 15 साल पर भारी पड़ता दिख रहा है.
बसपा प्रत्याशी का बीजेपी प्रत्याशी पर आरोप
पूर्व मंत्री राजकिशोर सिंह ने परशुरामपुर ब्लॉक क्षेत्र में श्रृंगीनारी मंदिर के पास कार्यालय का उद्घाटन किया. इसके बाद उन्होंने एक जनसभा को भी संबोधित किया. उन्होंने बीजेपी उम्मीदवार पर जमकर निशाना साधा और कहा कि 5 साल में विधायक ने कोई काम नहीं किया और उन्हें चुनौती दे रहे हैं. उन्होंने दावा किया कि हरैया में उन्होंने विकास की नई इबारत लिखी है. सड़कों से लेकर अस्पताल बनवाए, गरीबों की मदद की और आज वो अपने कामों के बदौलत ही जनता से वोट मांग रहे है.
एकतरफा फैसला आएगा-राजकिशोर
पूर्व मंत्री ने कहा कि हरैया की जनता इसबार खुद चुनाव लड़ रही है और आने वाले 10 मार्च को उनके पक्ष में एकतरफा फैसला आएगा. राजकिशोर सिंह ने कहा इसबार विकास के मुद्दे पर चुनाव हो रहा है. वोटरों को कोई बरगला नहीं पाएगा. राजकिशोर ने वोटरों से अपील भी किया कि अगर कोई उन्हें किसी प्रकार का कोई प्रलोभन देता है तो लेने में संकोच मत करें लेकिन वोट आने वाली पीढ़ी के विकास को सोचकर दीजिए.
हरैया इतिहास दोहराएगा-राजकिशोर
पूर्व मंत्री ने कहा बीजेपी उम्मीदवार कहते हैं कि इस बार बाहरी बनाम स्थानीय के बीच लड़ाई है, तो वे साफ कर देना चाहते हैं कि उन्होंने 15 साल हरैया की जनता के लिए लड़ाई लड़ी है इसलिए वो बाहरी नहीं हैं. पूरे पांच साल बीजेपी विधायक हरैया की जनता को गाली देकर भगाते रहे और उनके पास जब कोई आया तो वो उनका सम्मान किए. ऐसे में हरैया एक बार फिर से अपना इतिहास दोहराएगा और विपक्ष चारों खाने चित्त हो जायेगा.
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