Basti News: पिछले कई साल से बस्ती में ओबीसी समाज के एक वर्ग के लोगों का जाति सर्टिफिकेट बनाने के लिए आंदोलन चला आ रहा है. इस समाज के लोग किस जाति में है आज तक यही निर्णय नहीं ले सके और प्रशासन की तरफ से भी इस मामले पर कोई पहल नहीं किया गया. जिस वजह से अपना सर्टिफिकेट बनवाने के लिए इस समाज के छात्र और छात्राएं आरक्षण का लाभ नहीं ले पा रहे. जिसके बाद कसौधन समाज ने डीएम रवीश गुप्ता से मिलकर जल्द से जल्द जाति प्रमाण पत्र जारी करने का आदेश जारी करने का आग्रह किया है.


बस्ती जिले में बस्ती उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मण्डल जिलाध्यक्ष आनन्द राजपाल के नेतृत्व में पदाधिकारियों के एक प्रतिनिधि मण्डल ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा और मांग की कि कांदू और कसौधन समाज के लोगों को पिछड़ा वर्ग का जाति प्रमाण-पत्र जारी किया जाए. जिलाधिकारी रवीश गुप्ता ने प्रतिनिधि मण्डल को आश्वासन दिया कि वे तथ्यो की जांच कराकर प्रयास करेंगे कि जाति प्रमाण-पत्र नियमानुसार निर्गत कराये जाएंगे.


बस्ती में डीएम को सौंपा ज्ञापन
बस्ती उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मण्डल जिलाध्यक्ष आनन्द राजपाल, महामंत्री सूर्य कुमार शुक्ल, धर्मेन्द्र चौरसिया, सुनील कुमार गुप्ता ने डीएम को बताया कि लम्बे समय से बस्ती में कांदू और कसौधन समाज के लोगों को पिछड़ा वर्ग का जाति प्रमाण-पत्र जारी किये जाने की मांग किया जा रहा है. इसके लिए कई बार धरना प्रदर्शन किया गया किन्तु आश्वासन के सिवा कुछ भी हासिल नहीं हुआ. 


उन्होंने बताया राज्य वर्ग पिछड़ा आयोग के क्रमांक संख्या 38 में कांदू एवं कसौधन जाति पिछड़ा वर्ग की श्रेणी में अंकित है. संशोधित सरकारी गजट 1997 को जारी किया गया. इस आधार पर अन्य जनपदों में कांदू और कसौधन समाज के लोगों को पिछड़ा वर्ग का जाति प्रमाण-पत्र जारी किया जा रहा है किन्तु बस्ती में प्रमाण-पत्र निर्गत नहीं किया जा रहा है. उन्होंने डीएम से इस मामले पर समुचित दिशा निर्देश जारी करने की मांग की. 


ज्ञापन सौंपने वालों में मुख्य रूप से सतीश सोनकर, डा. अरविन्द चौधरी, अदालत प्रसाद, प्रभात सोनी, शेषनरायन गुप्ता, आशुतोष पाण्डेय, डब्बू श्रीवास्तव, नीरज कसौधन, संजय गुप्ता, आलोक शुक्ल, गौरव भारत आदि शामिल रहे. 


गोंडा में खतरे के निशान के पार पहुंची घाघरा नदी, इन इलाकों में बाढ़ का खतरा, प्रशासन अलर्ट