UP News: बिहार (Bihar) के नटवरलाल (Natwarlal) के बारे में तो यकीनन आपने सुना होगा. लेकिन अब हम आपको बस्ती (Basti) के ऐसे नटवरलाल के बारे में बताएंगे जिसने बिजली विभाग (Electricity Department) को ऐसा चुना लगाया कि सुनकर आप भी दांतो तले अंगुली दबा लेंगे. जी हां, बिजली माफियाओं ने पोल ट्रांसफार्मर और बिजली के तार की पूरी एक लाइन दौड़ा दी. बिजली विभाग को इस बात की भनक तक नहीं लगी. जानिए, आखिर क्या है ये मामला?
क्या है मामला
विद्युत वितरण निगम में अवैध लाइन निर्माण का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. शहर से लगे हवेलिया खास में एक आवासीय प्लाट पर करीब 27 खंभे की अवैध बिजली लाइन का निर्माण करा दिया गया और विद्युत निगम सोता रहा. मामले को खुलने के बाद भी विद्युत निगम अभी तक इसकी जांच नहीं करा पाया.
क्या हुआ है काम
गौरतलब है कि हवेलिया खास स्थित एक निजी स्कूल के पीछे अवैध लाइन का निर्माण कराया गया है. स्कूल को बिजली कनेक्शन विद्युत वितरण खंड प्रथम के उपखंड अमहट ने जारी किया है. स्कूल के ठीक पीछे निजी जमीन पर आवासीय प्लाट विकसित किए गए हैं. जहां करीब आठ खंभों को 11 हजार लाइन और 19 खंभों की एलटी लाइन का निर्माण कराकर 100 केवी का ट्रांसफॉर्मर भी स्थापित कर दिया गया है. लाइन की अनुमानित कीमत 10 लाख से ऊपर बताई जा रही है. इसे स्कूल की 11 हजार लाइन से चार्ज करने के लिए खंभा और जंफर भी बना दिया गया है. लेकिन, अमहट एसडीओ की सक्रियता के कारण लाइन चार्ज नहीं किया जा सका.
क्या बोले अधिकारी
अमहट उपखंड अधिकारी मनोज कुमार यादव बताते हैं कि क्षेत्र में लाइनों और उपभोक्ताओं की रुटीन जांच में हवेलिया खास की ओर गए. जहां एक निजी स्कूल के पीछे आवासीय प्लाट में नवनिर्मित लाइन दिखी. जिसके खंभों पर पीछे रंग की पुताई की गई थी. यह लाइन हमारे उपखंड के रिकॉर्ड में दर्ज नहीं है. इसकी जानकारी तुरंत अधिशासी अभियंता को दी गई. विद्युत वितरण खंड प्रथम अधिशासी अभियंता संतोष कुमार बताते हैं कि यह लाइन जहां स्थित है वह क्षेत्र वितरण खंड तृतीय में आता है. जिसकी जानकारी खंड तृतीय को पत्र लिखकर उपलब्ध करा दी गई है. विद्युत वितरण खंड तृतीय अधिशासी अभियंता और जिले के सौभाग्य योजना के नोडल अधिकारी हेमंत कुमार सिंह ने बताया कि जिस प्लाट पर अवैध लाइन का निर्माण कराया गया है, वह हमारे खंड के क्षेत्र का हिस्सा नहीं है. इसलिए जांच कराना हमारे लिए संभव नहीं है. इस लाइन का निर्माण सौभाग्य योजना के तहत भी नहीं कराया गया है.
क्या बोले मुख्य अभियंता
मुख्य अभियंता एमके अग्रवाल ने बताया कि यह गंभीर मामला है. इस पर दोनों वितरण खंडों से रिपोर्ट मांगी जा रही है. जल्द टीम गठित करके हर पहलू पर जांच कराई जाएगी. जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा उसके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी.
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