UP News: बस्ती के महर्षि वशिष्ठ मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे छात्रों ने इंटर्नशिप का मानदेय बढ़ाने को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया. सैकड़ों की संख्या में छात्रों ने सरकार से मानदेय बढ़ाने की मांग रखी है. छात्रों ने कहा की मनरेगा मजदूरी से भी कम हमारा मानदेय है. 10 से 14 घंटे प्रतिदिन कार्य अवधि ली जाती है.
एक तरफ जहां 3.0 की मोदी सरकार ने अपना बजट पेश किया तो वहीं MBBS का इंटर्नशिप कर रहे छात्रों ने मोर्चा खोल दिया है, जहां अपनी मानदेय को लेकर छात्र लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. छात्रों ने अपना मानदेय बढ़ाने के लिए योगी सरकार को ज्ञापन भी सौंपा है.
बस्ती में छात्रों को जोरदार प्रदर्शन
दरअसल बस्ती जिले के महर्षि वशिष्ठ मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे छात्रों ने इंटर्नशिप का मानदेय बढ़ाने को लेकर मेडिकल कॉलेज में सैकड़ों की संख्या में छात्र प्रदर्शन करते नजर आए. देखते ही देखते लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई और सरकार से मानदेय बढ़ाने को लेकर मांग करने लगे.
इंटर्नशिप मानदेय बढ़ान की मांग
सरकार को ज्ञापन भेज कर छात्रों ने बताया कि उन्हें कितना कम मानदेय मिल रहा है, जिससे उनका निजी खर्च नहीं चल पा रहा है. उन्होंने बताया कि उनका इंटर्नशिप मानदेय मनरेगा मजदूरी से भी कम है और उनके कार्य अवधि 10 से 14 घंटे प्रतिदिन है. प्रदेश सरकार से उन्होंने मांग की है कि उनका इंटर्नशिप मानदेय प्रतिदिन ₹1000 किया जाए, जिससे उनका दैनिक तथा आर्थिक समस्याओं का निराकरण हो सके.
सीएम योगी को सौंपा ज्ञापन
बस्ती के महर्षि वशिष्ठ मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे छात्रों ने मेडिकल कॉलेज के सामने बैनर लेकर कम मानदेय का विरोध किया. इस दौरान लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई. छात्रों ने हाथ में बैनर लिए योगी सरकार से इंटर्नशिप मानदेय बढ़ान की मांग की साथ ही उन्होंने सीएम योगी को अपना ज्ञापन भी सौंपा है.
(बस्ती से मोहम्मद शादाब की रिपोर्ट)
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