Basti News: बस्ती में मूसलाधार बारिश ने आम जनजीवन को प्रभावित कर दिया है. नगर पालिका की बदइंतजामी से लोगो का जीवन नरकीय हो गया है. सड़क गली मुहल्ले के अलावा लोगो के घरों तक में पानी घुस गया है. आलम ये है कि इससे सरकारी दफ्तर भी अछूते नहीं है, कोतवाली, उद्योग ऑफिस, जिला पंचायत, एडीएम कार्यालय से लेकर शहर की सभी मुख्य सड़क पानी से लबालब भरी हुई है. इस भयंकर बारिश ने नगर पालिका की पोल खोलकर रख दिया है. नाले की हालत ऐसी हो गई है कि वह खुद ही चोक होकर पानी से ओवर फ्लो होकर बह रहा है. एक शहर इस कदर पानी से डूब गया है कि हर इंसान परेशान नजर आ रहा है. 


मौसम विभाग ने बताया है कि 7 जुलाई तक भारी वर्षा के आसार हैं. 8 और 9 जुलाई को भी राज्य के कई इलाकों में भारी बारिश की आशंका है. इसके अलावा वज्रपात की भी आशंका है. पूर्वांचल में 8 जुलाई को भी भारी बारिश के आसार हैं. बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर और आसपास बहुत भारी बारिश के आसार हैं. वहीं देवरिया, गोरखपुर, एसके नगर, बस्ती, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, गोंडा, हरदोई, फर्रुखाबाद, संभल, बदायूं और आसपास भी बरसात के संकेत हैं. इन इलाकों के लिए मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है.


शहर में जगह-जगह जलभराव की स्थिति
झमाझम बारिश ने मौसम सुहावना कर दिया. गर्मी से लोगों को राहत मिली. मगर, बदइंतजामी ने बारिश का मजा किरकिरा कर दिया. 5-6 घंटे की बारिश से शहर जगह-जगह जलभराव हो गया. एक दर्जन से अधिक मोहल्लों में जलनिकासी व्यवस्था ध्वस्त नजर आई. बड़े नाले से लेकर छोटी नालियां ओवर फ्लो होकर बहने लगीं है. लोगों के घरों में और घर के सामने पानी भर गया. आलम ये है कि क्षतिग्रस्त सड़क और उस पर बने गड्ढे में भी पानी से भर गया. जलभराव से आमजन की परेशानी बढ़ गई. आधी रात के बाद घने बादलों ने खुलकर पानी बरसाया. चौतरफा बारिश होने से धरती तर हो गई. पानी से लबालब खेतों को देख किसान खुश नजर आए. 


कई मोहल्लों में जलभराव के चलते कीचड़ या पानी में घुसकर आना-जाना पड़ रहा है. मुख्य सड़कों की भी हालत खराब हो गई है. मालवीय मार्ग, स्टेशन रोड पर चलने लायक नहीं है. पानी से भरे गड्ढों में वाहन चालकों को हिचकोले खाकर चलना पड़ रहा है. शहर के मुरलीजोत आंशिक, बस्ती खास, मंगला कॉलोनी, पिकौरा बख्श, चाईबारी, गांवगोड़िया, आवास विकास कॉलोनी, बैरियहवां, रौतापार, शालीमार मार्केट, लौकियहवा, रोड़वेज , जिला अस्पताल, कटरा , शास्त्री चौक सहित तमाम क्षेत्र में जलभराव का संकट गहरा गया है. इन मोहल्लों के मुख्य मार्गों पर पानी भर जाने से आवागमन बाधित हो गया है. कुछ जगहों पर घरों से निकलना दुश्वार हो गया है. मोहल्ले नालियां पानी का बहाव नहीं कर पा रही है. जिससे बारिश का पानी घरों के सामने पसरा हुआ है. 


लोगों ने बयां किया सूरत-ए-हाल
लोगो ने बताया कि ब्लॉक रोड को जोड़ने वाली सड़क पर नाली की सफाई एवं मरम्मत कार्य नहीं होने से सड़क और आसपास की खाली जमीनों में पानी भर रहा है. इससे संक्रामक बीमारी फैलने की आशंका है. बारिश की वजह से सरकारी कार्यालयों के परिसर भी जलमग्न हो गए. जनपद न्यायालय परिसर में पानी लग गया. बीएसए कार्यालय के पुराने भवन के सामने, जेडी कार्यालय परिसर, जीआईसी मैदान, जिला उद्योग केंद्र परिसर, शहर कोतवाली आदि सरकारी संस्थाओं के परिसर पानी से भर गए. अधिकारियों, कर्मचारियों को कार्यालय पहुंचने में दिक्कत उठानी पड़ी.


शहर के मालवीय मार्ग की हालत खराब हो गई है. पहले से क्षतिग्रस्त सड़क पर जगह-जगह जलभराव हो गया है. ऐसे में गड्ढों का पता नहीं चल पा रहा है. यात्रा के दौरान वाहनों के पहिए इसमें फंसकर अनियंत्रित हो रहे हैं. इस दौरान बगल में चलने वाले दो पहिया, ऑटो सवार एवं पैदल चलने वाले राहगीरों को पानी की छींटों से सराबोर होते देखा गया. स्टेशन रोड पर भी दुश्वारी बढ़ी हुई है. यहां इटैलिया मोहल्ले के करीब मुख्य सड़क पर तालाब जैसा दृश्य बन गया है. जानकार लोग मंगल बाजार के रास्ते स्टेशन पहुंच रहे हैं. मगर, ऑटो, ई-रिक्शा एवं कार तथा अन्य बड़े वाहनों को इसी रास्ते से गुजरना पड़ रहा है. इन सबके बीच नगर पालिका की अध्यक्षा महोदया नेहा वर्मा और उनके पति भाजपा नेता अंकुर वर्मा चैन की नींद सो रहे है.


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