Basti News: वाटर एटीएम के नाम पर लाखों की बर्बादी! गंदा पानी पीने को मजबूर लोग, साफ पानी को तरस रहे
Basti News: अधिशासी अधिकारी दुर्गेश्वर त्रिपाठी ने बताया कि वाटर एटीएम को लेकर जहां शिकायत मिल रही है वहां जल्द से जल्द उसे ठीक करवाने के लिए टीम को बोला जा रहा है.
Uttar Pradesh News: यूपी में निकाय चुनाव का ऐलान हो चुका है. बिगुल बजते ही नगर पालिका द्वारा कराए गए कार्यों की समीक्षा भी शुरू हो गई है. ऐसे में नगर पालिका बस्ती द्वारा पालिका के खत्म हो रहे कार्यकाल के अंतिम समय में हाल ही में अभी शहरी क्षेत्र में एक दो नहीं बल्कि कई वाटर एटीएम लगाए गए, लेकिन ये सभी वाटर एटीएम आज लापरवाही की भेंट चढ़ गए और तपती गर्मी में प्यासे लोगों की प्यास नहीं बुझ पा रही है. शहरी क्षेत्र की लगभग सवा लाख की आबादी को सार्वजनिक स्थल पर ठंडा और शुद्ध पानी मिल सके इसके लिए नगर पालिका बस्ती ने चार माह पहले दिसंबर 2022 में 19 लाख की परियोजना को वाटर एटीएम के रूप में धरातल पर उतारा था. जिले के शहरी क्षेत्रों में सार्वजनिक स्थानों पर 15 वाटर एटीएम मशीन स्थापित कराए गए, मगर चार माह में ही यह योजना ध्वस्त हो गई. अधिकांश में पानी नहीं आ रहा है, जहां आ रहा है वहां पानी पीला है और इसका स्वाद भी ठीक नहीं है.
नगर पालिका बोर्ड की ओर से कार्यकाल समाप्ति के अंतिम दौर दिसंबर 2022 में लंबे समय से प्रस्तावित वाटर एटीएम स्थापना को हरी झंडी मिली. इस योजना पर 19 लाख रुपये खर्च किया गया. शहर के गांधी नगर, कलेक्ट्रेट, शास्त्री चौक, मालवीय मार्ग, नगर पालिका परिषद कार्यालय, रोडवेज, अस्पताल चौक, स्टेशन के निकट, दक्षिण दरवाजा चौकी के निकट, पांडेय बाजार, जलकल परिसर सहित कुल पंद्रह स्थानों पर इसे स्थापित करा दिया गया.
वाटर एटीएम में पानी नहीं
इस वाटर एटीएम में दो रुपये में एक लीटर पानी की व्यवस्था बनाई गई थी, मगर तब जब इसे स्थापित किया गया तो उस समय मौसम ठंड का था. ऐसे में उस समय लोगों ने इसका उपयोग नहीं किया और इन एटीएम मशीनों के उपयोगों पर लोगों ने ध्यान भी नहीं दिया. चार माह में कहीं-कहीं ही इसे प्रयोग किया जाता था, मगर अब भी रोडवेज, शास्त्री चौक, स्टेशन के निकट, दक्षिण दरवाजा चौकी के निकट स्थित वाटर एटीएम में पानी नहीं मिल रहा है. इसके अलावा पालिका परिसर में स्थापित वाटर एटीएम का पानी थोड़ी देर रखने के बाद पीला पड़ जाता है.
महकमे की उदासीनता
ऐसे में अब सवाल यह उठता है कि एक तरफ जहां सरकार द्वारा शुद्ध और स्वच्छ जल की उपलब्धता पर लाखों रुपये खर्च किये जाते हैं. बावजूद इसके महकमे की उदासीनता के चलते वह केवल ठगे से महसूस कर रहे हैं, जिसके कारण वह आज भी 20 रुपये बोतल पानी खरीदने को मजबूर हैं. वहीं इस मामले को लेकर नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी दुर्गेश्वर त्रिपाठी ने बताया कि वाटर एटीएम को लेकर जहां शिकायत मिल रही है वहां जल्द से जल्द उसे ठीक करवाने के लिए टीम को बोला जा रहा है, मगर संबंधित कर्मचारी अगर लापरवाही बरत रहे हैं तो उनके खिलाफ कार्यवाही की जायेगी और खराब वाटर एटीएम को ठीक कराया जाएगा, जिससे इसका प्रयोग हो सके.