UP Protest News: बस्ती में तेज हुआ NPS का विरोध, प्रदर्शनकारियों ने निकाली की शव यात्रा, कराया ब्राह्मण भोज
Basti News: NPS स्कीम को लेकर बस्ती में शिक्षकों और कर्मचारियों का विरोध लगातार जारी. पहले शव यात्रा फिर शिक्षकों ने सिर मुडवाया उसके बाद आज ब्राह्मण भोज का आयोजन किया.
Teachers Protest: लोकसभा चुनाव से पहले धरना प्रदर्शन का दौर शुरु हो गया. इसी क्रम में बस्ती में शिक्षकों और कर्मचारियों ने सरकार की नेशनल पेंशन स्कीम को किया. प्रदर्शनकारियों ने बीते दिनों NPS योजना की शव यात्रा निकालकर पुरानी पेंशन योजना की मांग की थी. उसी क्रम में प्रदर्शनकारियों ने आज ब्राम्हण भोज का आयोजन किया गया.
NPS के विरोध में कराया ब्राह्मण भोज
बस्ती में शिक्षक और कर्मचारियों ने अनोखे अंदाज में सरकार की NPS योजना का विरोध किया. शिक्षक और कर्मचारियों ने बीते 21 अक्टूबर को पहले NPS योजना की शव यात्रा निकालकर पुरानी पेंशन योजना की मांग की. तो वहीं पूरे हिंदू रीति रिवाज से बीते 31 अक्टूबर को दशवां कार्यक्रम भी आयोजित किया था. सरकार के अड़ियल रवैए का विरोध करते हुए NPS का तिरस्कार कर शिक्षकों ने सिर मुंडवाय. 2 नवंबर को बस्ती प्रेस क्लब में ब्रह्मभोज का कार्यक्रम भी आयोजित किया,जहां पूरे हिंदू रितिरीवाज का पालन करते हुए ब्रह्मभोज के कार्यक्रम को निभाते हुए बकायदा ब्रह्मभोज में शामिल दही,चुरा,गुड और सब्जी पूरी की व्यवस्था की गई थी,इस दौरान लोगों को NPS योजना की मुक्ति के लिए लोगों को खाना खिलाया गया.
प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष उदय शंकर शुक्ला ने बताया कि, 2005 में भारत सरकार ने कर्मचारियों और शिक्षकों की पुरानी पेंशन योजना समाप्त करके NPS योजना को लागू किया. जिसका विरोध हम लोग 2008 से लगातार कर रहे हैं. राष्ट्रीय स्तर पर पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मंच बनाया गया. जिसके अहवाहन पर 10 अगस्त को दिल्ली के रामलीला मैदान में 10 लाख शिक्षक और कर्मचारियों ने प्रोटेस्ट कर धरना प्रदर्शन किया. उसके पश्चात वहां से घोषणा हुई की पूरे देश 21 सितंबर और 21 अक्टूबर को आंदोलन होगा.
NPS की निकाली शव यात्रा
21 अक्टूबर को बस्ती जनपद में NPS की शव यात्रा को कचहरी होते हुए पूरे शहर में घुमाते हुए शास्त्री चौक पर शव को शव दाह किया,शव दाह करने के बाद क्यूंकि हम हिंदू मान्यताओं के हैं और हिंदू मान्यताओं में जिसका शव दाह किया जाता है तो उसका दशकर्म भी किया जाता है,हम लोगों ने परसो उसका दशकर्म किया और उसका सामूहिक मुंडन संस्कार कराया और उसके बाद आज NPS की तेरहवीं कर रहे हैं,इसलिए कर रहे हैं क्योंकि भारत देश और उत्तर प्रदेश में NPS की आत्मा जो सरकारों के चंगुल में जकड़ी हुई है.
कर्मचारियों को शोषण का शिकार बनाए हुए इसकी आत्मा को मुक्ति मिल जाय और NPS योजना समाप्त हो जाय और पुरानी पेंशन योजना बहाल हो जाय इसीलिए आज हम लोग ब्रह्मभोज कर रहे हैं,NPS की तेरहवीं कर रहे हैं और ईश्वर से कामना कर रहे हैं कि तत्काल भारत सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार NPS योजना को रद्द करके पुरानी पेंशन योजना को बहाल कर इसी में NPS को मुक्ति मिलेगी यही हमारा पूरे कार्यक्रम का मोटिव था,जो ब्रह्मभोज कार्यक्रम के माध्यम से ये संदेश देना चाहते थे.
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