बस्ती में धड़ल्ले से रेत का अवैध खनन, सपा विधायक ने अधिकारियों पर लगाया गंभीर आरोप
UP News: बस्ती में अवैध रेत का उत्खनन तेजी से किया जा रहा है. सपा विधायक ने जिला प्रशासन पर माफियाओं के साथ सेटिंग का आरोप लगाया है. विधायक ने कहा कि उनकी शिकायत पर कार्रवाई नहीं हुई.
Basti News: बस्ती जनपद मे सरयू नदी की कोख को चीरकर बालू निकालने वाले अवैध खनन माफियाओं के साथ जिला प्रशासन की जुगलबंदी देखने को मिल रही है. सपा विधायक अपना गांव और घर बचाने के लिए प्रशासन से गुहार लगा रहे लेकिन उनकी सुनी नहीं जा रही है. सपा के विधायक महेंद्र यादव ने धरना देने का ऐलान कर दिया है. अवैध बालू खनन माफियाओं के खिलाफ सपा विधायक कई महीनों से लगातार शिकायत कर रहे है लेकिन उनकी शिकायत अधिकारियों ने कोई कार्रवाई नहीं की. उन्होंने अधिकारियों पर माफियाओं के साथ सांठगांठ का आरोप लगाया है.
विधायक ने बताया कि लगभग 2 महीनों से ऊपर हो गया है अवैध बालू खनन कराते हुए, मगर उनकी शिकायत पर कोई एक्शन नहीं लिया जा रहा है. विधायक ने आरोप लगाया कि प्रशासन और बालू माफिया की मिली भगत से सरकार को करोड़ों रुपये का राजस्व का नुकसान हो रहा है. महेंद्र यादव ने कहा कि कई महीनों से अवैध बालू खनन का धंधा बेधड़क संचालित हो रहा है. जिसकी शिकायत उनके द्वारा जिलाधिकारी से करने के बाद भी अभी तक अवैध खनन रुकने का नाम नही ले रहा है. रात के अंधेरे में सैकड़ों डंपर अवैध बालू खनन में लग जाते है जिससे यहां के किसानो का फसल भी बर्बाद हो रही है.साथ ही किसानो के खेतो पर भी आने वाले समय में बहुत बड़ा प्रभाव पड़ने वाला है. कहा कि आने वाले समय में जब बरसात होगी तो इस खनन से किसान का खेत सरयू नदी मे समा जायेगा.
अधिकारियों पर लगाया सांंठगांठ का आरोप
विधायक का आरोप है कि खनन का टेंडर कही और का है और खनन कई किलोमीटर दूर किया जा रहा है. खनन विभाग के द्वारा जियो टैग भी गलत तरीके से दिखा कर किया जा रहा है. विधायक ने कहा कि खनन के लिए और कई विभागों से एनओसी लेना पड़ता है जो इन खनन माफियाओं और अधिकारियों के पास नहीं है. इस खनन मे बड़े पैमाने में रुपयो का खेल है जिससे अधिकारी मिले हुए है और वे रिश्वत लेकर अवैध बालू खनन करवा रहे है.
सपा विधायक महेंद्र यादव ने बताया कि बरसात में कई गांव बाढ़ के घेरे में आ चुके है. सरकार ने ऐसे गांव को बचाने के लिए नदी के धारा को मोड़ने का प्रयास किया और करोड़ों की लागत से ड्रेजिंग का कार्य कराया, जो इस अवैध खनन में पूरी तरीके से फेल हो गया है और जिसमें महुआपार, गंगापुर व मइपुर के तीनों पुरवे के अस्तित्व पर संकट बादल मंडरा रहे है, अगर समय रहते प्रशासन ने एक्शन नहीं लिया तो ये सारे गांव बारिश के वक्त बाढ़ और कटान में सब बह जाएंगे.
जांच से विधायक संतुष्ट नहीं
विधायक की शिकायत पर डीएम के निर्देश पर बनी जांच टीम जांच करने पहुंची जिसमें सदर तहसील के एसडीएम और अपर जिलाधिकारी के नेतृत्व में लेखपालों और कानूनगो की टीम ने खनन की जगह की पड़ताल की, मगर इससे भी विधायक संतुष्ट नजर नहीं आए और कहा कि जिस जमीन पर खनन का पत्ता हुआ है वहां पर खनन न करके किसानों की जमीन पर जबरन खनन किया जा रहा है जिसको जिला प्रशासन के अधिकारी नजरअंदाज कर रहे हैं.
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