Basti News: एक तरफ उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार माफियाओं के अवैध निर्माण पर कार्रवाई कर रही है. बस्ती में अवैध कब्जेदारों से जमीन खाली कराने पहुंची प्रशासन की टीम को बैरंग लौटना पड़ा. गांव की करीब आधा दर्जन महिलाएं लाठी-डंडे के साथ बुलडोजर के सामने पहुंच गई. महिलाओं के विरोध को देखते हुए लालगंज थानाअध्यक्ष और नायब तहसीलदार वीरबहादुर सिंह समेत प्रशासन की पूरी टीम को खाली हाथ ही वापस लौटना पड़ा. नायब तहसीलदार ने महिलाओं को शनिवार के थाना दिवस पर बुलाया है.
दरअसल कुदरहा गांव निवासी राम रतन पुत्र राधेश्याम और पत्नी गोमती देवी की भूमिधारी जमीन पर कस्बा के कुछ लोगों ने अवैध कब्जा कर उस पर छप्पर रख लिया है. उसी समय राम रतन ने तत्कालीन एसडीएम सदर को प्रार्थना पत्र देकर पक्की पैमाइश का अनुरोध किया था. तहसील प्रशासन ने फरवरी 2023 में पक्की पैमाइश कर पत्थर नसब किया था लेकिन प्रशासन के लापरवाही के कारण कब्जा नहीं हट सका था. बाद में धारा 134 के तहत एसडीएम कोर्ट से बेदखली के आदेश पर शुक्रवार को नायब तहसीलदार वीर बहादुर सिंह ने राजस्व कर्मचारी व पुलिस फोर्स के साथ जेसीबी लेकर भूमिधरी नंबर पर हुए अवैध कब्जा हटवाने मौके पर पहुंचे जिसको देखने के लिए भीड़ लग गयी.
खाली लौटी प्रशासन की टीम
बुलडोजर को देख कब्जा धारियो सहित आधा दर्जन महिलाओं ने लाठी डंडा लेकर प्रशासन को ललकारने लगी और पुलिस प्रशासन मूक दर्शक बनी रही. मौके पर भारी विरोध के चलते तहसील प्रशासन को बैरंग वापस लौटना पड़ा. इस पूरे मामले में नायब तहसीलदार वीर बहादुर सिंह ने बताया कि फोर्स कम होने के कारण कब्जा नहीं हटाया जा सका विरोध कर रही महिलाओं को कागज लेकर थाना दिवस में बुलाया गया है. दरअसल गांव के कुछ लोगों ने राम रतन की जमीन पर कब्जा जमा रखा है. प्रशासन की टीम कब्जा मुक्त कराने पहुंची थी.
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