Basti News: बस्ती (Basti) जिले में दो फर्जी टीचरों को बीएसए ने नौकरी से बर्खास्त कर दिया है. फर्जी मार्कशीट के सहारे सालों से यह दोनों फर्जी टीचर नौकरी कर रहे थे. इनके खिलाफ बीएसए ने मुकदमा दर्ज कर वेतन के वसूली का आदेश दिया है. बता दें कि पहली फर्जी सहायक अध्यापिका अनीता सिंह सन 1994 से नौकरी कर रही हैं, मौजूदा समय में प्राथमिक विद्यालय दासिया में टीचर थीं.
यह पोल उस वक्त खुली जब खंड शिक्षा अधिकारी द्वारा पैरोल माड्यूल पर इनका डेटा अपलोड किया गया. जांच में पता चला कि असली टीचर अनीता सिंह मऊ जिले के ख्वाजा जहांपुर में टीचर हैं. हाई स्कूल के अंकपत्र की जांच में प्रकाश में आया कि वास्तविक अनीता सिंह मऊ में पढ़ा रही हैं और उनकी जगह पर फर्जी टीचर अनीता सिंह बस्ती में पढ़ा रही हैं.
फर्जी टीचरों से वेतन की होगी वसूली
दूसरी फर्जी टीचर प्रेमलता सिंह 1997 से टीचर ही हैं, इस समय प्राथमिक विद्यालय महुआ डाबर में प्रधानाध्यापिका के पद पर तैनात थीं. इनके खिलाफ असली टीचर प्रेमलता सिंह जो कि गोरखपुर में सहायक अध्यापिका हैं उन्होंने शिकायत की थी. असली प्रेमलता सिंह के अभिलेख और पैन कार्ड का दुरुपयोग करते हुए बस्ती की प्रेमलता ने नौकरी हथिया ली थी. शिकायत पर जब विभागीय जांच शुरू हुई तो इस फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ.
बीएसए इंद्रजीत प्रजापति ने बताया कि जांच में दोनो टीचर फर्जी अभिलेख से वर्षों से नौकरी कर रही थी. जांच रिपोर्ट के बाद दोनों टीचरों की सेवा समाप्त कर दी गई है. साथ ही मुकदमा दर्ज करने का निर्देश दिया गया है और जो भी नौकरी के दौरान इन्होंने वेतन लिया है उस की रिकवरी का भी आदेश दिया गया है.
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