UP Bribe News: उत्तर प्रदेश में बस्ती (Basti) मंडल की एंटी करप्शन टीम ने चकबंदी पेशकार अजीजुर रहमान को 8 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा है. वसीयत में नाम चढ़ाने के लिए पेशकार ने पीड़ित राज कुमार से रिश्वत मांगी थी. घुस लेते हुए एंटी करप्शन टीम ने घूसखोर पेशकार को गिरफ्तार कर कोतवाली ले गई और उसके खिलाफ धारा 7 के तहत मुकदमा दर्ज कराया है.


बता दें शिकायतकर्ता राज कुमार गुप्ता वसीयत में अपनी पत्नी और अपने भाई की पत्नी का नाम दर्ज कराने के लिए चकबंदी पेशकार के पास गए. आरोप है कि पेशकार ने वसीयत में नाम चढ़ाने के बदले में 20 हजार रुपये की रिश्वत मांगी. काफी फरियाद के बाद 8 हजार रुपये में वसीयत का नाम चढ़ाने का मामला फाइनल हुआ. शिकायतकर्ता ने पहले से एंटी करप्शन टीम को सूचना दे रखी थी, जैसे ही पेशकार ने रिश्वत का 8 हजार रुपये नगद लिया, उसी दौरान टीम ने रंगे हाथ घुसखोर बाबू को धर दबोचा. रुपये न देने पर लिपिक की ओर से अमल दरामद नहीं किया जा रहा था. परेशान होकर राजकुमार गुप्‍ता ने इसकी शिकायत एंटी करप्‍शन टीम गोरखपुर से की थी. इसके बाद एंटी करप्‍शन टीम ने घूसखोर लिपिक को पकड़ने के लिए जाल बिछाया.


पीड़िता ने की थी रिश्वत मांगने की शिकायत


प्रभारी ट्रैप टीम के निरीक्षक सुखवीर सिंह भदौरिया ने बताया कि कलवारी के रहने वाले राज कुमार गुप्ता ने रिश्वत मांगने की शिकायत कार्यालय पर आकर की थी, जिस पर टीम ने अपना काम शुरू किया. रिश्वत लेते समय चकबंदी पेशकार को रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया है. उसके पास से रिश्वत का 8 हजार रुपये नगद बरामद किया गया है. पेशकार को अरेस्ट कर कोतवाली में उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया दिया गया है.


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