रेप के झूठे केस में फंसाता था ये गिरोह, गैंग की दो महिलाओं की शिकायत पर भंडाफोड़
Basti News: बस्ती में एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश हुआ है, जो महिलाओं को रुपये का लालच देकर निर्दोष लोगों को रेप केस में फंसाया करते थे और फिर बाद में उनसे मोटी रकम ऐंठते थे.
Basti Crime News: बस्ती जनपद में महिलाओं को रुपये दिलाने का लालच देकर निर्दोष लोगों को दुराचार तक के गंभीर मामलों में षड़यंत्र करके फंसाने और दबाव बनाकर धन उगाही कराने का गिरोह सक्रिय है. अनेक लोग ऐसे षड़यंत्रकारियों के चंगुल में फंसकर तबाह और बरबाद हो रहे हैं और उनकी सामाजिक प्रतिष्ठा से खिलवाड़ किया जा रहा है. पुरानी बस्ती थाना क्षेत्र की करमा निवासिनी मिथलेश पत्नी राम गोपाल ने पुलिस अधीक्षक को शपथ पत्र के साथ प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगाया है. मिथलेश ने बताया कि पुलिस अधीक्षक ने मामले को गंभीरता से लेते हुये कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है.
एसपी को दिये शपथ पत्र और प्रार्थना पत्र में मिथलेश ने कहा है कि उसने गत 20 जुलाई 2024 को एक प्रार्थना पत्र पुलिस अधीक्षक को दिया था जो गलत है. वह 20 जुलाई को अपने निजी काम से बस्ती कचहरी गयी थी. वहां पर उससे गौर थाना क्षेत्र के ढोढरी निवासी दिलीप पांडेय मिले और उनके साथ में दो लोग और थे जो अपने को पत्रकार बता रहे थे.
महिला को अपने झांसे में ऐसे फंसाया
उन लोगों ने कहा कि तुम्हारा कौन सा काम है जो नहीं हो रहा है. अगर तुम हमारा एक काम कर दो तो हम चलकर आपका सारा काम करवा देंगे और तुमको काफी पैसा भी दिलवा देंगे. इसी लालच में आकर उसने जो दिलीप पांडेय ने कहा और टाईप कराकर जो प्रार्थना पत्र लाए उस पर उन्होंने अपना हस्ताक्षर बना दिया, मगर उन्होंने प्रार्थना पत्र को पढ़ा नहीं था. बाद में दिलीप पांडेय की तरफ से बताया गया तब उसने मना कर दिया तो उसे डराने और धमकाने लगे, जबकि जो प्रार्थना पत्र दिया गया वह गलत और फर्जी है. उसके साथ कोई गलत काम नहीं हुआ है और कोई घटना नहीं हुई है.
महिला ने क्या कहा?
पत्र में पीड़ित महिला मिथलेश ने कहा है कि जो नाम लिखा गया है उसे उसने कभी नहीं देखा और न ही पहचानती है. गौर थाना क्षेत्र के ढोढरी निवासी दिलीप पांडेय की तरफ से जो कोर्ट में पत्र लिखाया गया वह पूरी तरह से गलत है और उसकी तरफ से दिए गए प्रार्थना पत्र में जितेन्द्र पांडेय और शशिकान्त और नन्द किशोर यादव निर्दोष हैं. इसमें इन लोगों की कोई गलती नहीं है. यह प्रार्थना पत्र निरस्त किया जाए. पीड़ित महिला ने कहा कि उसे अब कोई कानूनी कार्रवाई और मुकदमा नहीं करना है.
सादे कागज पर करवाया हस्ताक्षर
इसी कड़ी में गैंग की दूसरी महिला संगीता पत्नी दिनेश कुमार निवासी ग्राम मदारजोत, थाना-पुरानी बस्ती ने भी एसपी को दिये प्रार्थना पत्र में कहा है कि उसके गांव के कुछ लोग समूह के नाम पर उससे आधार कार्ड, फोटो और सादे कागज पर हस्ताक्षर करवाकर बस्ती से पत्रकार दिलीप पांडेय और उनके दो लोग जा करके पूरा फाइल तैयार कराकर लेकर आये और उन लोगों के नाम से कोर्ट में फर्जी 156 (3) के तहत झूठे अनजान व्यक्तियों पर मुकदमा करवाने का पत्र दे दिया, जिससे बाद में इन लोगो की उन व्यक्तियों से मिलकर सुलह समझौता के तहत अच्छा रकम लेने की योजना बनी थी.
शिकायत करने पर बदमाशों ने दी धमकी
पीड़िता ने कहा ऐसा कार्य करके उन लोगों को अपमानित होना पड़ता है और किसी निर्दोष को बलात्कार जैसा झूठा आरोप लगवा कर दिलीप और उसका गैंग अपना हित साधते हैं. फिर उन लोगों के ऊपर दबाव बनाकर रूपये की वसूली की जाती है. पीड़ित महिला ने एसपी से बताया कि आरोपी युवक की तरफ से बार बार धमकी आ रही है कि अगर कहीं शिकायत करोगी तो तुम्हारी इज्जत लूट लेंगे और तुम्हे जान से मरवा देंगे. ऐसी स्थिति में वह काफी परेशान है।.समाज में उसके इज्जत की धज्जिया उड़ रही है. उसने आग्रह किया है कि उक्त लोगों से लिया गया आधार कार्ड, फोटो और सादे कागज पर हस्ताक्षर वापस दिलाने वा उपरोक्त लोगों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाए.
दो महिलायों ने की है शिकायत
बहरहाल फर्जी मुकदमों में फंसवाकर लोगों से धन उगाही करने वालों का सच प्रार्थना पत्र से सामने आ गया है. यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि पुलिस ऐसे तत्वों पर अंकुश लगाने की दिशा में क्या पहल करती है. एसपी गोपाल कृष्ण चौधरी ने इस मामले की गंभीरता को लेकर बताया कि पूरे प्रकरण की जांच के लिए डीएसपी को जांच लिखा गया है. महिलाओं को बहला फुसलाकर रुपए का लालच देकर निर्दोष लोगों को बलात्कार में फंसाने का आरोप है, जिसमें दो महिलाओं ने शिकायत की है. जांच में जो भी तथ्य सामने आयेंगे अग्रिम कार्रवाई की जाएगी.
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