UP Crime News: बस्ती में टेरर फंडिंग के आरोपी हामिद अशरफ की अवैध तरीके से अर्जित संपत्ति को जब्त कर लिया गया. प्रशासन ने मुनादी कर नगर थाना क्षेत्र के रामगढ़ कठार, रमवापुर और बनकटा की अवैध संपत्तियों को कुर्क किया. मंगलवार को हरैया पुलिस, मजिस्ट्रेट शौकत अली, मजिस्ट्रेट कृष्ण मोहन यादव की मौजूदगी में कार्रवाई हुई. डीएसपी विनय चौहान ने बताया कि हर्रैया थाना अंतर्गत गैंगस्टर एक्ट के तहत जब्त की गई अवैध संपत्ति कीमत लगभग एक करोड़ रुपए है.
टेरर फंडिंग के आरोपी की अवैध संपत्ति कुर्क
रेलवे की वेबसाइट हैक कर हामिद अशरफ ने अवैध तरीके से ई-टिकट का सॉफ्टवेयर देश भर में बेचकर करोड़ों की संपत्ति बना रखी थी. हामिद अशरफ के खिलाफ सुरक्षा एजेंसियों को टेरर फंडिंग से जुड़े दस्तावेज मिले थे. जांच में पिता जमीरूल हसन और कुछ रिश्तेदारों की संलिप्तता सामने आई थी. पुलिस ने हामिद और पिता जमीरूल हसन के खिलाफ गैंगस्टर का मामला हर्रैया थाने में दर्ज कराया. 2019 में सरगना हामिद के पिता जमीरूल हसन को पुलिस ने जेल भेज दिया था. जांच एजेंसियों सहित पुलिस ने हामिद की तलाश में मुंबई, बेंगलुरु, नेपाल, दिल्ली सहित अन्य ठिकानों पर छापेमारी की थी. गोंडा के एक विद्यालय में ग्रेनाइट हमले का भी आरोपी हामिद अशरफ को बनाया गया था.
ई-टिकट के अवैध कारोबार से की थी कमाई
गोंडा के दो शातिरों को गिरफ्तार कर पुलिस हामिद अशरफ की तलाश में जुटी थी. बेंगलुरु एयरपोर्ट से हामिद को पुलिस टीम ने गिरफ्तार कर लिया. हामिद की कई और अवैध संपत्तियों की भी जांच चल रही है. कप्तानगंज कस्बा निवासी हामिद अशरफ अवैध सॉफ्टवेयर के जरिए ई-टिकट कारोबार का नेटवर्क पूरे देश चला रहा था. डीएसपी विनय चौहान ने बताया कि अवैध संपत्ति की पुष्टि हो जाने के बाद जिला प्रशासन जब्ती की कार्रवाई आगे भी करेगा. रेलवे ई-टिकट के कारोबार से करोड़ों रुपए की संपत्ति अर्जित करने वाले हामिद के करीबियों पर भी कार्रवाई हुई थी.