UP News: बस्ती जनपद में 62 साल पुराने मंदिर तोड़े जाने के मुद्दे ने तूल पकड़ लिया है. विश्व हिंदू परिषद ने अशोक सिंह और मयंक गाडिया पर आरोप लगाया है. पुलिस ने दो आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. वीएचपी नेताओं ने आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग की है. 4 जून को पाण्डेय बाजार में राम जानकी मंदिर तोड़कर रास्ता बना दिया गया. पुजारी ने आरोप लगाया कि सोची समझी साजिश के तहत मंदिर को ध्वस्त किया गया है. मंदिर को तोड़े जाने की शंका पहले से थी. उन्होंने पुरानी बस्ती थाने को जानकारी दी थी.


62 साल पुराना मंदिर तोड़े जाने का मामला


मुख्यमंत्री पोर्टल पर भी शिकायत दर्ज कराई थी. मंदिर का मामला जिला न्यायालय में चल रहा है. मंदिर की दीवार को शरारती तत्वों ने कुछ दिन पहले तोड़ दिया था. दीवार तोड़े जाने की भी जानकारी थाने को दी गई थी. मंदिर में अष्ठ धातु की मूर्तियां स्थापित थीं. जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक और मुख्यमंत्री को भेजे गये शिकायत पत्र में आरोप लगाया गया है कि पाण्डेय बाजार निवासी मयंक गाडिया, सुनील जायसवाल और पकडी चौहान निवासी अषोक सिंह की बुरी नजर थी. आरोपी मंदिर की जमीन को अवैध रूप से कब्जा करना चाहते थे. 4 जून को आरोपियों ने जेसीबी लगाकर मंदिर को ध्वस्त कर दिया.


दो लोगों के खिलाफ थाने में मुकदमा दर्ज


मंदिर तोड़े जाने के दौरान मूर्तियों को गायब करने से आम जन मानस में आक्रोश है. राम जानकी मदिर बनाम मयंक गाडिया का मुकदमा कोर्ट में विचाराधीन है. मंदिर को ध्वस्त किये जाने का विरोध करने पर आरोपियों ने जान से मारने की धमकी दी. दावेदार आन्जनेय जायसवाल सहित कुछ अन्य लोगों ने पुरानी बस्ती थानाध्यक्ष से मिलकर शिकायत की. उन्होंने कहा कि मंदिर गिरने की कोई जानकारी नहीं है. पदमावती देवी ने राम जानकी मंदिर ध्वस्त करने के मामले में आरोपियों पर मुकदमा दर्ज करवा दिया है. मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस अधिकारी खुद जांच कर रहे हैं.


दूसरे पक्ष ने कानून के उल्लंघन से इंकार किया है. उनका कहना है कि जमीन की मिल्कियत होने की वजह से मंदिर को गिरा दिया. कोर्ट से पक्ष में आदेश भी है. मामले को बेवजह तूल दिया जा रहा है. उन्होंने बदनाम करने की साजिश का आरोप लगाया. उन्होंने बताया कि मंदिर के अंदर की मूर्तियां सुरक्षित हैं. ध्वस्त किया गया मंदिर काफी जीर्ण- शीर्ण था. उसके बगल में राम जानकी का शानदार मंदिर बनवाया जा रहा है.


अशोक सिंह ने खुद पर लगे सारे आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया. एडिशनल एसपी दीपेंद्र नाथ चौधरी ने बताया कि मंदिर तोड़ने की शिकायत पुरानी बस्ती थाने से की गई थी. पुलिस दो लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच कर रही है. सबूतों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी. एएसपी ने कहा कि मौके पर शांति बहाल है. 


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