Basti News: बस्ती (Basti) के कलवारी थाना क्षेत्र के मईपुर गांव में लगातार सरयू नदी के कटान से ग्रामीणों में भय का माहौल है. इसी क्रम में सैकड़ों की संख्या में पुरुष और महिलाएं डीएम कार्यालय पहुंचे, जहां ग्रामीणों ने डीएम को ज्ञापन देते हुए कटान को लेकर अवगत कराया. साथ ही प्रशाशन से हर संभव मदद की उम्मीद जताई. ग्रामीणों ने बताया की लगातार मईपुर गांव में कटान से हम सब लोग सहमे हुए हैं. सरयू नदी लगातार कटान की तरफ बढ़ रही है. गांव से करीब 30 मीटर दूर सरयू नदी बह रही है.10 से 15 मीटर कटान रह गया है. ग्रामीणों ने बताया की इससे पहले तत्कालीन डीएम प्रियंका निरंजन ने मौके का मुआयना किया था और आश्वाशन दिया था कि यहां जो भी पर बंजर भूमि है उस पर आवास बनाकर दिया जाएगा.
वहीं जिलाधिकारी अन्द्रा वामसी ने बताया की पहले तो हम ये जानकारी लेंगे की बाढ़ क्षेत्र में रहने वाले लोग वैध हैं या अवैध. जो वैध हैं उन सब लोगों के लिए स्थान सुनिश्चित किया जाएगा. दरअसल, लोग गांव से पलायन करके बांध के उस पार रह रहे हैं. लगातर कटान के कारण ग्रामीणों की कृषि योग्य सैकड़ों बीघे जमीन को अब नदी ने अपने आघोष में ले लिया है. बताया यह भी जाता है कि, जहां ग्रामीण बसे हुए हैं और पक्का निर्माण कराया है वह एरिया फ्लड जोन में आता है. कहीं न कहीं अब कटान ग्रामीणों के लिए आफत का सबब बन चुकी है. जिले में पहले भी बाढ़ ने तबाही मचा चुकी है. वहीं अब कटान क्षेत्र में रहने वाले ग्रामीणों का जीवन पूरी तरह तबाह हो रहा है. उल्लेखनीय है कि कटान के डर से कुछ परिवार तो ऐसे भी थे जिन्होंने अपने ही आशियाने को ढहा दिया था.
डीएम प्रियंका निरंजन ने किया था मुआयना
वहीं तत्कालीन डीएम प्रियंका निरंजन ने मौके का मुआयना किया था. बाढ़ क्षेत्र में रह रहे लोगों के लिए जमीनों के आवंटन की जगह को भी चिन्हित किया था. ग्रामीण डीएम कार्यालय भी पहुंचे और जिलाधिकारी कार्यालय पर अतिरिक्त एसडीएम शत्रुध्न पाठक को अपनी समस्या सुनाते हुए एक प्रार्थना पत्र दिया, लेकिन डीएम का स्थानांतरण हो गया और लोग अब भी कटान के बीच में ही जीवन जीने को मजबूर हैं. बता दें जब भी बैराज से पानी छोड़ा जाता है तब ग्रामीणों को बाढ़ का सामना करना पड़ता है. वहीं जब पानी का जलस्तर घटने लगता है तो लोगों के लिए आफत बन जाता है. इन सबको देखते हुए नदी की धारा को मोड़ने के लिए ड्रेजिंग भी कराई जाती है, लेकिन जब नदी अपने विकराल रूप को धारण करती है, तो वह तबाही मचा देती है.