Basti News: पहाड़ी और मैदानी इलाकों में लगातार 2 दिन से हो रही बारिश की वजह से नदियां उफान पर पहुंच गई है. उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में सरयू नदी भी खतरे के निशान के करीब पहुंच गई है. जिस वजह से ग्रामीण दहशत में है और जिला प्रशासन लगातार तटवर्ती इलाकों में राहत और बचाव का अभियान चला रही है. सरयू नदी की बाढ़ और कुछ इलाकों में नदी के तेज बहाव के कारण हो रहे कटान से ग्रामीण बेहद डरे हुए हैं.
बहाव तेज होने के कारण हो रहे कटान से बड़े से बड़े पेड़ और घरों को नदी अपने आगोश में समा ले रही है. सरयू के काटन के कारण कई गांव के अस्तित्व पर खतरा मंडराने लगा है.कुदरहा विकासखंड की बाढ़ प्रभावित क्षेत्र बैडारी एहतमाली में एक बार फिर सरयू नदी ने कटान तेज कर दी है. जिससे वहां रहने वाले लोग दहशत में आ गए हैं. पांच दिन के ठहराव के बाद एक बार फिर सरयू नदी ने कटान तेज कर दिया है.
कटान की रफ्तार में आई तेजी
नदी का जलस्तर अब आबादी से महज कुछ मीटर दूर रह गया है. नदी की स्थिति को खतरनाक देखते हुए अब ग्रामीण अपना सामान समेटने लगे हैं. विकासखंड का बैडारी एहतमाली जिसे मईपुर माझा भी कहते हैं, यहां लगभग ढाई सौ घर है, जिसमें तकरीबन 4000 से ज्यादा आबादी निवास करती है. इसके साथ-साथ यहां पर लोगों ने लगभग 5000 से ज्यादा मवेशी भी पाल रखे हैं. इस ग्राम पंचायत में रहने वाले लोगों का मुख्य व्यवसाय खेती और पशुपालन है. अब अगर नदी के कटान की रफ्तार इसी तरह रहती है तो इतनी बड़ी संख्या में लोगों और मवेशियों को सुरक्षित आवास और भोजन दे पाना प्रशासन के लिए चुनौती होगी.
प्रशासनिक राहत के इंतजार में ग्रामीण
फिलहाल नदी की स्थिति को देखते हुए प्रशासनिक अधिकारियों की ओर से कोई तैयारी नहीं की गई है. ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन की ओर से कोई भी उनकी यथास्थिति देखने के लिए मौके पर नहीं पहुंच रहा है. गांव के शख्स बताते हैं कि कल से कटान बहुत तेज हो गई है और अब गांव पर खतरा मंडरा रहा है. ग्रामीण अब टकटकी लगाकर प्रशासनिक राहत का इंतजार कर रहे हैं.
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